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बैंकों की उदासीनता को लेकर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को सौंपा ज्ञापन

● 3378 आवेदन में मात्र 150 केसीसी के लिए स्वीकृत

● साहूकारों से उधार लेकर खेती करने को किसान विवश

रामगढ़। जिला के दुलमी प्रखंड क्षेत्र के कांग्रेस नेता सुधीर मंगलेश ने दुलमी प्रखंड क्षेत्र के किसानों का बैंक द्वारा रिजेक्ट किये जाने पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से मिलकर अवगत कराया। कृषि मंत्री ने तुरंत रामगढ़ डीसी को पत्र प्रेषित करने का निर्देश दिया।

सुधीर मंगलेश ने बताया कि बैंकों के उदासीन रवैये से क्षेत्र के जरूरतमंद किसानों को केसीसी ऋण का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिससे किसान काफी परेशान हैं।दुलमी प्रखंड क्षेत्र के 3378 प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभुक किसान केसीसी ऋण के लिए विभिन्न बैंकों में आवेदन फॉर्म भरा था कि केसीसी ऋण से कृषि कार्य में पूंजी लगाकर अपना जीवन बेहतर करने के लिए आर्थिक स्रोत बढ़ा सके।
लेकिन बैंकों ने किसानों के सपने को चकनाचूर कर दिया। उम्मीद टूटने के बाद किसान स्थानीय साहूकारों से उधार लेकर खेतीं करने को विवश है। प्रखंड कल्याण पदाधिकारी आलोक मित्रा ने बताया कि कार्यालय में 3378 किसानों ने केसीसी ऋण के लिए आवेदन दिया था। जिसमें मात्र 150 किसानों के आवेदन को विभिन्न बैंकों ने केसीसी के लिए स्वीकृति दी है। जबकि बाकी आवेदन को बैंक से रिजेक्ट कर प्रखंड कार्यालय वापस भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार बैंक ऑफ इंडिया, चट्टी बाजार रामगढ़ में 424 आवेदन भेजे गए थे। जिसमें 12 किसानों को केसीसी स्वीकृत हुई है। जबकि बीओआई रजरप्पा में 590 आवेदन में 27 स्वीकृत। वहीं पीएनबी रजरप्पा में 487 आवेदन भेजा गया, जिसमें 09 स्वीकृत, वहीं पीएनबी सोसो में 09 स्वीकृत और बैंक ऑफ बड़ौदा में 505 आवेदन में आठ केसीसी स्वीकृत। जबकि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया रामगढ़ में 289 आवेदन भेजा गया।
जिसमें सभी आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया। जबकि केनरा बैंक कुल्ही में 429 में 12 किसानों को केसीसी की स्वीकृति दी है। आईडीबीआई बैंक रामगढ़ में 99 में 06, यूनियन बैंक रामगढ़ में 200 आवेदन भेजे गए थे। जिसमें सभी केसीसी आवेदन को रिजेक्ट कर दिया। कॉपरेटिव बैंक रामगढ़ 320 आवेदन में 53 को केसीसी, जबकि यूको बैंक रामगढ़ में 47 में 19 आवेदन स्वीकृत किया गया। मौके पर बंटी कुमार, रंजीत कुमार आदि मौजूद थे।