हजारीबाग : आदिवासी छात्र संघ के विश्वविद्यालय कमेटी ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति को कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा । जिसमें आदिवासी छात्र संघ ने अर्थशास्त्र, राजनीतिक शास्त्र और खोरठा के विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई इसी सत्र चालू करने की मांग की। साथ ही बीएड की भी पढ़ाई चालू करने की मांग रखी। सभी संकाय के विषयों में अभिलंब शिक्षक बहाल करने की भी मांग की। संघ की ओर से बताया गया है कि इस दौरान कुलपति से अन्य समस्याओं पर बातचीत भी की गई। जिसमे संघ के प्रवक्ता सुनील करमाली ने कुलपति से कहा कि रामगढ़ महाविद्यालय रामगढ़ रामगढ़ जिले की एकमात्र सरकारी अंगीभूत कॉलेज है इसमें अत्यंत गरीब बच्चे इस महाविद्यालय में पढ़ाई करने के लिए आते हैं, गरीब बच्चों के पास उन लोगों के घर में उतनी आमदनी नहीं होती है की किसी बाहर जिले में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। कुलपति ने आश्वासन दिया। इस मांगों को कुलपति जल्द विचार करने की बात कही और कुलपति ने कहा कि शिक्षक की बहाली को लेकर गवर्नर को लेटर जा चुका है लेटर आने के पश्चात ही अनुबंध तहत पर शिक्षक नियुक्ति की जाएगी और स्नातकोत्तर की भी पढ़ाई की शुरू कर दी जाएगी। संघ के बिनोवा भावे विश्वविद्यालय संयोजक रमेश रजवार ने कहा 2018 में इंटर प्रभाग में आरक्षण का पालन किये बिना शिक्षकों की नियुक्ति की गई जिसका छात्र संघ विरोध करती है। अगर अभिलंब इस नियुक्ति को रद्द नहीं किया जाता है तो छात्र संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
कुलपति ने इसपर कहा कि विश्वविद्यालय के द्वारा किसी प्रकार की नियुक्ति नहीं की गई है, यह नियुक्ति कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा की गई है और यह नियुक्ति प्राचार्य के द्वारा ही रद्द की जा सकती है। मौके पर छात्र संघ के विभावी अध्यक्ष विक्की धान, पूर्व संयोजक शशि करमाली, रामगढ़ कॉलेज के अध्यक्ष अमृत महली, महेश महतो, प्रभाकर करमाली, मनीष करमाली, धनंजय आदि छात्र उपस्थित थे।