मांडू (रामगढ़)। उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोविंदपुर मांडू में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सरकार के गाइडलाइन के अनुसार विद्यालय परिवार की ओर से अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया ।सर्वप्रथम शिक्षकों और छात्रों के बीच अध्यक्षता करते हुए विषय प्रवेश विद्यालय की प्रधानाध्यापिका इलिसावा टोपनो ने किया जबकि विस्तार पूर्वक शिक्षकों और छात्रों को जानकारी विद्यालय के सहायक शिक्षक डॉ सुनील कुमार कश्यप ने अमृत महोत्सव के बारे में विस्तार पूर्वक बताया डॉक्टर कश्यप ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पूर्व अंग्रेजो ने हमारे देश को 200 वर्षों तक अपनी गुलामी में जकड़े रखा इसकी अगुवाई महात्मा गांधी सुभाष चंद्र बोस चंद्रशेखर आजाद शहीद शेख भिखारी बिरसा मुंडा चांद भैरव सिद्धू कानू जैसे सैकड़ों लोगों के नेतृत्व अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई लंबी लड़ी तभी यह आजादी आज हम सबों को प्राप्त हुई है।
डॉ कश्यप ने कहा कि आज के ही दिन महात्मा गांधी के नेतृत्व में दांडी मार्च की तर्ज पर फ्रीडम मार्च नामक पद यात्रा की शुरुआत की गई थी। जिसमें 80 स्वतंत्रता सेनानियों ने भाग लिया था 1930 में अंग्रेजी शासन में भारतीयों को नमक बनाने का अधिकार नहीं था। उन्हें इंग्लैंड से आने वाला नमक का ही इस्तेमाल करना पड़ता था इतना ही नहीं अंग्रेजों ने इस नमक पर कई गुना कर लगा दिया था, लेकिन नमक जीवन के लिए आवश्यक वस्तु है, इसलिए इस कर को हटाने के लिए महात्मा गांधी ने यह सत्याग्रह चलाया था नमक भारत की आत्मनिर्भरता का एक प्रतीक था।
अंग्रेजों ने भारत के मूल्यों के साथ-साथ इस आत्मनिर्भरता पर भी चोट कि महात्मा गांधी ने देश के दर्द को महसूस किया और नमक सत्याग्रह के रूप में लोगों की नब्ज को समझा इसलिए वह आंदोलन जन जन का आंदोलन बन गया। अमृत महोत्सव यानी नए संकल्प का अमृत आजादी की ऊर्जा का अमृत स्वाधीनता सेनानियों से प्रेरणा ओं का अमृत नए विचारों का अमृत नए संकल्पों का अमृत आत्मनिर्भरता का अमृत यह अमृत महोत्सव देश की 75 वीं वर्षगांठ का मतलब 75 साल पर विचार 75 उपलब्धियों स्वतंत्रता भारत के सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा। इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर विद्यालय के बाल संसद और विद्यालय के शिक्षक शारदानंद शर्मा गौतम कुमार गुप्ता जेठालाल मांझी रंजन कुमार संजू कुमारी अनिता कुमारी आदि ने छात्रों के समक्ष बातों को रखें।