निर्दोष ग्रामीणों को परेशान करना बंद करे पुलिस प्रशासन: ममता देवी
रामगढ़। रजरप्पा थाना क्षेत्र के बड़कीपोना के केतार गांव में रावण दहन के दौरान हुई हिंसक झड़प और उसके बाद पुलिसिया कार्रवाई से क्षेत्र के लोग आतंकित हो गए हैं। क्षेत्र की विधायक श्रीमती ममता देवी को इस बात की स्थानीय लोगों ने जानकारी दिया है।जिसके बाद विधायक ममता देवी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल हजारीबाग के डीआईजी को ज्ञापन सौंपा है। बड़कीपोना मामले में मुलाकात कर पत्र सौपी और कही की रजरप्पा थाना क्षेत्र के बड़कीपोना गांव स्थित केतार टोला में 16 अक्टूबर दिन शनिवार को रावण दहन कार्यक्रम के दौरान पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हो गए। जिसमें थाना प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मी एवं कई ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना के बाद रजरप्पा थाना में 71 नामजद एवम 200 अज्ञात लोगों पर विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। गांव में निषेधाज्ञा धारा 144 लगा दी गई।इस प्राथमिकी के आलोक में अभी तक दर्जनों लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी है।अन्य फरार लोगों के विरोध धरपकड़ की कार्रवाई लगातार चल रहा है।जिससे बड़कीपोना गांव सहित आसपास के पूरे इलाके में भय एवम दहशत का माहौल बना हुआ है।
इस संबंध में आपका ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहना है कि यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।परंतु वर्तमान समय में इस घटना के आलोक में पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई निष्पक्ष प्रतीत नहीं होता है। क्योकि उक्त मामले में अज्ञात के नाम पर निर्दोष लोगों को भी प्रताड़ित एवं भयभीत किए जाने की सूचना प्राप्त हो रही है।जिससे सरकार एवं प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में निषेधाज्ञा धारा 144 की आवश्यकता प्रतीत नहीं होता है।
क्षेत्र में भय के माहौल को समाप्त करने एवं विधि व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था कायम करने के लिए समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की।
मुलाकात के दौरान विधायक श्रीमती ममता देवी द्वारा कहा गया की जिले में कुछ लोग ऐसे हैं जो शांति को भंग करना चाहते हैं।
वैसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की आवश्यकता है ।साथ ही साथ उन्होंने कहा कि प्रशासन का जनता एवं जनप्रतिनिधियों से समन्वय का अभाव है।जिसके कारण इस तरह की घटनाएं घट रही है।मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुन्ना पासवान, पंकज प्रसाद तिवारी, विधायक प्रतिनिधि मुकेश यादव, राजकुमार यादव, तारिक अनवर, बजरंग महतो, गौरी शंकर महतो इत्यादि मौजूद थे।