- शहर में दुर्गा सोरेन सेना के जिला कार्यालय का हुआ उद्घाटन
- उद्घाटन कार्यक्रम में कई दलों के नेताओं ने डीएसएस में किया ज्वाइन
दुर्गा सोरेन सेना शुद्ध रूप से सामाजिक संगठन है: जयश्री
सामाजिक कार्य में मुख्यमंत्री चाचा का मिल रहा पूरा सहयोग: राजश्री
रामगढ़। झारखंड की राजनीति में हलचल मचाने के लिए दुर्गा सोरेन सेना धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगी है। विजयदशमी के दिन दुर्गा सोरेन सेना के गठन कि घोषणा के बाद अब स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की दोनों पुत्रियां राजश्री सोरेन और जयश्री सोरेन पूरे प्रदेश का दौरा में निकल चुकी है। इन दोनों ने झारखंड भ्रमण की शुरुआत अपने पैतृक गांव के जिला मुख्यालय रामगढ़ से आरंभ किया है। दुर्गा सोरेन सेना की अध्यक्ष राजश्री सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष जयश्री सोरेन 19 अक्टूबर को रामगढ़ जिला का एक दिवसीय दौरा किया। इन दोनों का रामगढ़ जिला के कार्यकर्ताओं ने चुट्टुपालु से स्वागत करना आरंभ किया। इसके बाद दोनों बहनों ने घाटी में शेख भिखारी और उमराव टिकैत सिंह के शहीद स्थल पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इसके उपरांत रामगढ़ के पटेल चौक पर पटेल जी की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। रामगढ़ अनुमंडल कार्यालय के निकट दुर्गा सोरेन सेना के जिला कार्यालय का फीता काटकर दोनों बहनों ने विधिवत रूप से उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद जिला कार्यालय में दोनों बहनों ने प्रेस से वार्ता किया। इसके बाद यहां कई दलों को छोड़कर कार्यकर्ताओं ने दुर्गा सोरेन सेना की सदस्यता ग्रहण की।
राजश्री और जयश्री सोरेन ने झारखंड संदेश से की विशेष बातचीत
चुटुपालु घाटी में शहीद स्थल पर जयश्री और राजश्री सोरेन से झारखंड संदेश में खुलकर कई मुद्दों पर चर्चा किया। जयश्री सोरेन ने कहा कि दुर्गा सोरेन सेना शुद्ध रूप से एक सामाजिक संगठन है। इसका राजनीतिक से कोई तालुक नहीं है। हम झारखंड वासियों को मदद करने निकले हैं। झारखंड के लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। जिनका शोषण हो रहा है। जिनकी जमीन लूटी जा रही है। बाहर के कंपनियों और माफियाओं द्वारा यहां के लोगों की जमीन को लूटा जा रहा है। हम उनको रोकने के लिए आगे आए हैं। हम लोगों को न्याय दिलाना चाहते हैं। झारखंड की मदद करना चाहते हैं। इसके लिए हम लोग दुर्गा सेना का निर्माण कराया है। हम तो झारखंड की सिचुएशन को सुधारने के लिए आगे आए हैं। इसके लिए हम लोगों ने संगठन बनाया है। झारखंड के लिए जो चीज अच्छी है।उससे किसी भी झारखंड वासियों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने शहीद स्थल पर पूछे गए प्रश्न के जवाब में कहा कि लगभग सभी शहीदों को सम्मान मिलता है। कहीं ना कहीं हमें लग रहा था कि हमारे पिता का नाम गुमनाम होता जा रहा था। हमारे पिता का झारखंड के लिए जो विजन था उसको लेकर हम लोगों ने सामने आया है।वे हमेशा झारखंड के लिए अच्छा सोचते थे।चाहते थे कि गरीबों को न्याय मिले उनके साथ कुछ गलत ना हो। इसलिए हम लोग दुर्गा सोरेन सेना का गठन किया है। इससे हम लोग गरीबों को अधिक से अधिक मदद कर पाएंगे।
वही राजश्री सोरेन ने कहा कि हमें सरकार से सहयोग मिल रहा है और मिलेगा। हम समाज के लिए अच्छा काम करना चाह रहे हैं। हमें हमारे मुख्यमंत्री चाचा का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।इसलिए हम लोग आज यहां तक पहुंच पाए हैं।वही रामगढ़ जिला कार्यालय में उद्घाटन के बाद कहा कि झारखंड की समस्याओं की गहराई तक जाकर के उनका समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। हमारी संस्था समाजिक संगठन है। इसका झामुमो से कोई सरोकार नहीं है वह एक राजनीतिक संगठन है।
उद्घाटन एवं स्वागत समारोह में हुए शामिल
दुर्गा सोरेन सेना की अध्यक्ष जयश्री सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष राजश्री सोरेन ने रामगढ़ जिला कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर दुर्गा सोरेन सेना के केंद्रीय पर्यवेक्षक बिरसा हांसदा,राकेश कुमार, लाल बिहारी महतो,जितेंद्र सिंह पवार, अरुण बनर्जी, कमरुद्दीन खान, समीर डे, रमेश कुमार महतो, उमेश भोक्ता, अकलू बेदिया,कृष्णा ठाकुर,अरुण पटेल,संदीप कुमार महतो, अशोक कुमार, टेकलाल महतो, अमजद अंसारी, हेमलाल महतो, कुंदन गोप, बाबूलाल बिरहोर,राजेंद्र करमाली, कमलेश बेदिया,राजकुमार बेदिया, महेंद्र कुमार राजभर, रूपलाल महतो, प्रदीप कुमार,राजेश प्रसाद,दीपक मुंडा, विजय मुंडा, शत्रुघ्न विश्वकर्मा, नागेंद्र प्रसाद, बशारत अंसारी, योगेंद्र बेदिया, अजय तूरी, अजय करमाली सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।