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क्षेत्र में पंचायत चुनाव की सरगर्मी बढ़ी

मतदाताओं को रिझाने में जुटे संभावित प्रत्याशीदारु मुर्गा पार्टी का दौर शुरू

मनोज कुमार

चरही(हजारीबाग)जिला के चुरचू प्रखण्ड छेत्र पंचायत चुनाव की सरगर्मी क्षेत्र में बढ़ गई है। संभावित प्रत्याशी जीत हासील करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। डोर टू डोर सघन जनसंपर्क अभियान तेज हो गया है। पुराने जनप्रतिनिधि अपना किला बचाने को लेकर गंभीर है। वही नए उनके किले में सेंधमारी करने का प्रयास कर रहे है।
संभवित प्रत्याशी ऐसे मतदाता को घर वापस बुलवा रहे हैं जो मतदाता रोजी-रोटी की तलाश में दूसरे प्रदेश चले गए हैं या फिर अपने किसी काम से बाहर में हैं। प्रत्याशी ऐसे मतदाताओं को आने जाने के खर्च से लेकर जब तक यहां रहेंगे तब तक के खर्चे उठाने को तैयार हैं। ज्ञात हो कि त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में चार पदों के लिए मतदान होना है। जिसमें जिला परिषद सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं वार्ड सदस्य शामिल है। प्रखण्ड कार्यालय से आरक्षण रोस्टर बनाकर स्वकृति के लिए भेजा गया है। जिसपर अभी तक मुहर नहीं लगा है। ऐसे में आरक्षण रोस्टर के हिसाब से प्रत्याशी भाग दौड़ कर रहे है। चुरचू प्रखण्ड क्षेत्र में 8 मुखिया ,1 जिला परिसद एवं 11पंचायत समिति सदस्य एवं 107 वार्ड सदस्यों का चुनाव होना है। लगभग 40000 वोटर हैं चुरचू प्रखण्ड की आबादी वाले इस चुरचू प्रखण्ड क्षेत्र से आजसू पार्टी के लोग पंचायत चुनाव जीतते आये है। बीजेपी मांडू विधानसभा से जय प्रकाश भाई पटेल चुनाव जीत कर राजनीति में एंट्री किया है इस सीट पर सबकी सभी दल के निगाहें होगी चरही, जरवा, हेंदेगढा, चुरचू, निगाहें होगी। विधायक चाहेगा की यह सीट उनके कोई करीबी ही निकाले। जेएमएम मांडू विधानसभा प्रभारी राम प्रकाश भाई पटेल भी चाहेगे की मांडू विधानसभा राजनीतिक पंडित बताते है कि अब पहले जैसा स्थिति इस सीट में नहीं है। माहौल बदल चुके है।

दारु मुर्गा पार्टी का दौर हुआ शुरू

शाम को दारू मुर्गा का दौर शुरू
दिसंबर में संभावित पंचायत चुनाव की खबर के बाद संभावित प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदाताओं को करने के लिए दारू मुर्गा का दौर शुरू कर दिए है। शाम होते ही बड़े एवं छोटे होटलों में मजमा लग रहा है। कई ऐसे लोग भी है जो वोट दिलाने का ठेका ले कर खूब जाम से जाम टकरा रहें है। कई मंझे खिलाड़ी अभी तक पत्ता नही खोले है। ये खिलाड़ी समय आने पर पत्ता खोलने की बात कर रहे है। चौक चौराहों में अब जीत हर की चर्चा का समीकरण लोग बना रहे है। कई लोग समीकरण में उलझ कर विवाद में फंस रहे है।