दशहरा पर्व मातम में बदला, पाँच लोग बाल बाल बचे
गढ़वा। जिले के बंसीधर नगर स्थित नयाखाड़ के बभनी डैम में डूबने से उसी गांव के चार युवकों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि पांच युवक बाल बाल बच गए। जिससे दशहरा पर्व पर जहां हर्षोल्लास रहता है। वही उस गांव में खुशी के बेला में गम का माहौल हो गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी युवक प्रतिदिन डैम में मछली मारते थे उसी क्रम में कल रात्रि करीब 9:00 बजे के लगभग सभी डैम में मछली मारने पहुंचे। सभी लोग जाल लगाकर मछली मार रहे थे।उसी क्रम में बबलू उरांव उम्र 24 वर्ष ,अमरेश कुमार उम्र 15 वर्ष ,अमित उरांव उम्र 20 वर्ष एवं नागेंद्र उम्र 35 वर्ष डैम के पास लगे नहर से सटे गेट में अंदर घुसे। उसके बाद वे सभी चारों निकले ही नहीं।उनके नहीं निकलने पर उनके साथ गए अन्य तीन लोग पता लगाने हेतु जैसे ही गेट के अंदर घुसने का प्रयास किया। उन का दम घुटने लगा। वह तुरंत ही बाहर निकल गए।यह बात गांव में आग तरह फैल गई। वे चारों असमय ही काल के गाल में समा गए।बताते चलें कि डेढ़ माह पहले बकरी चराने के क्रम में दो चचेरी बहनों की मौत उस डैम में डूबने से हो गई थी।उसके पूर्व भी कुछ साल पहले मछली मारने के क्रम में पहाड़ी टोला निवासी रविंद्र कुमार की मौत उस दिन में हो गई थी। डैम में कुछ महीनों के अंतराल मे असमय काल के गाल में कई लोगों की मौत हो जाने से लोगों में भय का माहौल बनते जा रहा है।
वार्ड नंबर 5 के उक्त चारों की मौत से दशहरा पर्व के दिन गांव में मातम छा गया।खबर सुनते ही लोगों की भीड़ जुट गई।किसी तरह उक्त चारों के शव को डैम से बाहर निकाला गया।पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु गढ़वा भेज दी है।