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अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा युवा मोर्चा ने किया वार्ता कहा, महासभा के संविधान में  प्रदेश संयोजक का कोई पद नहीं 

सुदेश चंद्रवंशी के द्वारा झारखंड के घोषित सभी जिला अध्यक्षों का चयन गलत है : अनूप

संवाददाता

हजारीबाग। अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा युवा मोर्चा ने बुधवार को होटल आकाशदीप में  प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप भाई वर्मा ने  आयोजित वार्ता  में बताया कि अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा  नामक  सामाजिक संस्था  का 1906 मे स्थापित और 1912 में निबंधित एक सामाजिक संस्था है। यह संस्था सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत पश्चिम बंगाल कोलकाता से निबंधित है। जिसका निबंधन संख्या 2145/1912 है। यह संस्था विशुद्ध रूप से  एक सामाजिक संस्था है और इस समाज के मंच से  किसी भी तरह का राजनीतिक गतिविधियां चलाना पूर्णत: संविधान के अनुसार प्रतिबंधित है। इसके बावजूद भी राजनीतिक कारणों को लेकर वर्तमान समय में यह संस्था नेतृत्व के सवाल पर  कई भागों में विभाजित है। जिसके परिणाम स्वरूप  मामला सिटी कोर्ट कोलकाता बैच नंबर 8 केस नंबर 313 /16के तहत विचाराधीन है। एक पक्ष का नेतृत्व पूर्व मंत्री बिहार सरकार एवं वर्तमान  बिहार गया से विधायक डॉ प्रेम कुमार कर रहे हैं, जो कि चुनाव करवा कर  चुनाव में  बहुमत प्राप्त कर राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी प्राप्त किए थे। वही दूसरे पक्ष का नेतृत्व पूर्व मंत्री झारखंड सरकार एवं वर्तमान विधायक  रामचंद्र चंद्रवंशी  के पुत्र ईश्वर सागर कर रहे हैं। इनके अलावा भी कई और लोग इस संस्था का अध्यक्ष महामंत्री विभिन्न स्तरों पर होने का दावा  हैं। 

क्या है कोर्ट का आदेश

3 मई 2017 को कोर्ट ने यह आदेश दे रखा है की कोई भी पक्ष अगर चुनाव कराता है तो वह चुनाव  परिणम कि घोषणा नहीं कर सकेगा और ना ही वह चुनाव किसी भी स्थिति में लागू माना जाएगा। जब तक संबंधित न्यायालय के द्वारा अनुमति नहीं दी जाती है। महासभा के संविधान एवं कोलकाता सिटी कोर्ट के निर्णय अनुसार आज के दिन में महासभा में किसी भी स्तर पर कोई संवैधानिक समिति कार्यरत नहीं है। क्योंकि 2017 के बाद भी कोई भी दावेदार  चुनाव नहीं करा सका है। 

संस्था के निबंधित संविधान  के अनुसार प्रत्येक तीन वर्ष में चुनाव कराना अनिवार्य है। लेकिन आज तक इस संस्था का चुनाव किसी भी स्तर पंर संविधान के अनुसार नहीं हो सका है।

गुप्त रूप से कराया चुनाव

 राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि 2 अक्टूबर को बड़ा बाजार जैन भवन हजारीबाग में  गुप्त रूप से सुदेश कुमार चंद्रवंशी के द्वारा  झारखंड प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव किया गया और बोकारो जिला निवासी जगरनाथ राम को प्रदेश अध्यक्ष, रांची निवासी इंद्र राजन प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व सुदेश कुमार चंद्रवंशी  खुद को झारखंड प्रदेश संयोजक की घोषणा किया है। आगे उन्होंने यह चुनाव गलत बताया है। महासभा के संविधान में  कहीं भी प्रदेश संयोजक का कोई  पद नहीं है, और ना ही कोई प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का। सुदेश चंद्रवंशी के द्वारा झारखंड के घोषित सभी जिला अध्यक्षों का चयन गलत है। इनके द्वारा सिर्फ अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए  कुछ चुनिंदा लोगों को  लेकर गुप्त रूप से फर्जी तरीके से कमेटी बनाई जा रही है। यह महासभा के  संविधान के  विरुद्ध है और  महासभा का चुनाव पर भी न्यायालय के द्वारा रोक लगी गई है। ऐसी स्थिति में यह सब गलत है दूसरी ओर  झारखंड के पूर्व  मंत्री बिश्रामपुर के विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी के  द्वारा  अखिल भारतवर्षीय  चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा  के राष्ट्रीय कार्यसमिति में  वर्ष 2015 मे रामचंद्र चंद्रवंशी कॉलेज  विश्रामपुर मे रखी गई थी। जिसमें इनके द्वारा समाज के लोगों का स्वागत के नाम पर बुलाकर मारपीट करने  का काम किया गया था, जो बहुत ही निंदनीय है।  उसके बाद उनके बड़े पुत्र डॉ ईश्वर सागर  अपने आप को महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष  घोषित कर लिए निजी स्वार्थ के चलते इस संस्था को दुरुपयोग कर रहे हैं बर्बाद कर रहे हैं ।

आम लोगों को कर रहा है गुमराह

 आम लोगों को गुमराह कर रहे हैं। जगह जगह गलत ढंग से जिला समिति राज्य समिति का गठन, एवं चंद लोगों को इकट्ठा करके चुनाव का नाटक करते चल रहे हैं । ईश्वर सागर महासभा के अध्यक्ष  होने के दावा पर  17 अक्टूबर को हजारीबाग आ रहे हैं और वहां के चंद्रवासियों को गुमराह करने के लिए एक बैठक भी रखा है जो पूर्णता गलत है। हजारीबाग के चंद्रवंशी इसका विरोध कर रहे हैं । हजारीबाग के, चंद्रवंशीयों का कहना है  कि

डॉ ईश्वर सागर जी को रामचंद्र यूनिवर्सिटी के , वीसी के रूप में हम लोग हार्दिक स्वागत करते हैं किंतु अगर वह महासभा के अध्यक्ष के रूप में हजारीबाग के धरती पर कुछ करना चाहेंगे तो इसका सीधा विरोध होगा।

महासभा के हजारीबाग के लोगों ने जिला पुलिस एवं प्रशासन से मांग कर दी है की इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाएं अन्यथा ला इन ऑर्डर की, समस्या उत्पन्न हो सकती है।

अगर डॉ ईश्वर सागर अपने को अध्यक्ष होने का दावा कर रहे  है तो उन्हें कोलकाता सिटी कोर्ट का परमिशन दिखाना चाहिए और अगर परमिशन नहीं दिखा पाते हैं तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए! उनके द्वारा आयोजित कार्यक्रम पर पूर्णत: रोक लगाना चाहिए। अनूप भाई वर्मा  चंद्रवंशी समाज के लोगों से आग्रह किया है कि ऐसे लोगों के झांसे में ना आए यह लोग सिर्फ निजी स्वार्थ के लिए अपने कार्य को कर रहे हैं इन्हें समाज के विकास से कोई मतलब नहीं है समाज के लोगों से आग्रह है कि क्या आपसी गुटबाजी से बचे हैं और समाज के विकास पर विचार करें।

 इस प्रेस वार्ता में विनोद कुमार चंद्रवंशी , संजय वर्मा, राजेश चंद्रवंशी ,कुंदन चंद्रवंशी , अजीत चंद्रवंशी ,मधुकर आनंद, विजय चंद्रवंशी, सुनील कुमार, चंद्रवंशी उर्फ सुकेश ,अजीत चंद्रवंशी अनुज सिंह चंद्रवंशी ,जितेंद्र चंद्रवंशी, अशोक चंद्रवंशी ,सुरेंद्र चंद्रवंशी विक्की चंद्रवंशी ,रॉकी चंद्रवंशी, गौरव चंद्रवंशी ,

विशाल चंद्रवंशी ,मुन्ना चंद्रवंशी सौरभ चंद्रवंशी कर्मवीर चंद्रवंशी शेखर चुनाव से अमित  चंद्रवंशी सत्येंद्र चंद्रवंशी समेत बरही, पदमा ,बिशनगढ़ कटकमदाग , सदर प्रखंड  से लोगों की उपस्थिति हुई।