रांची रिवोल्ट-जनमंच ने चित्रांश सिटी में मनाई लोकनायक की जन्म जयंती
रांची। राजधानी रांची के पिठौरिया-चंदवे मार्ग स्थित चित्रांश सिटी में लोकतंत्र के महानायक जयप्रकाश नारायण की जयंती समारोह पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । ज्ञातव्य हो झारखण्ड की राजधानी में उनकी एकमात्र प्रतिमा पिठौरिया-चंदवे मार्ग में सत्कानदू ग्राम स्थित चित्रांश सिटी में है जहां पुष्प मालाएं चढ़ा माल्यार्पण किया गया और लोकनायक की शिक्षाओं और उनके उनके पद चिन्हों पर चलने की शपथ ली गई। इस अवसर पर रांची रिवोल्ट – जनमंच के संयोजक समाजसेवी अधिवक्ता डॉ. प्रणव कुमार बब्बू ने कहा लोकतंत्र पर जब घोर खतरा मंडरा रहा था तब लोकनायक ने देशव्यापी आंदोलन कर देश को नई राह दिखाई । डॉ. बब्बू ने बताया संपूर्ण क्रांति के प्रणेता जयप्रकाश नारायण ने जब तत्कालीन सरकार में भ्रष्टाचार काफी बढ़ गया था और 1975 ई. में इमरजेंसी काल में जनता अपने मौलिक अधिकारों से भी वंचित हो गई थी उस समय लोकनायक जिन्होंने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया था उन्होंने पुनः सक्रिय भूमिका निभाकर देश की जनता का नेतृत्व किया और “सिंहासन खाली करो कि जनता आती है” का नारा देकर समस्त देशवासियों को एकजुट किया। जिसके परिणामस्वरूप पहली गैर कांग्रेसी सरकार देश में 1977 में बनी । डॉ. बब्बू ने बताया लोकनायक के एक आह्वान पर चंबल के अनेक डाकुओं ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जीवन की पुनः शुरुआत की ऐसी उनकी लोकप्रियता और जनस्वीकार्यता थी। आज देश को भय भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन देने के लिए उनकी शिक्षाओं को अमल में लाना जरूरी है । कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विजय दत्त पिंटू ने किया।
आज इस शुभ अवसर पर डॉ.प्रणव कुमार बब्बू, विजय दत्त पिंटू, सुकांतो मुखर्जी, सूरज कुमार सिन्हा,राकेश रंजन बबलू,आलोक सिंह परमार, उपेंद्र कुमार बबलू,नरेंद्र कुमार,दिनेश प्रसाद सिन्हा,तस्सवर अंसारी, मो. कुद्दुस, जुल्फान अंसारी, विकास कुमार विक्की, विकास राम, सुनील टोप्पो, पंकज श्रीवास्तव, संतोष लोहार सहित अन्य लोगों ने फुल माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बताए गए मार्ग पर चलने का सामूहिक संकल्प लिया ।