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गलत कार्य करने से रोकता है कानून : अरविंद

मेदिनीनगर : कानून लोगों को गलत कार्य करने से रोकता है । जिला विधिक सेवा प्राधिकार कानून के प्रति लोगों में जागरूकता लाने का कार्य कर रहा है । उक्त बातें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अरविंद कच्छप ने कहा। वे आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर चैनपुर प्रखंड के बसरिया कला पंचायत भवन में अलखडीहा में विधिक जागरूकता शिविर में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकार का हनन हो तो कानून का सहारा लें ।दैनिक जीवन में जब असमानता आने लगती है। तो कानून काम करने लगता है ।अधिकार का उल्लंघन होता है। तो कानून की आवश्यकता होती है। इस मौके चैनपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी गिरिवर मिंज ने कहा कि अधिकार पाने के लिए लोगों को आगे आना पड़ेगा । बच्चों का बचपन सवारने का काम करें ।देखा जाता है कि छोटे-छोटे मासूम बच्चों को पैसे का लालच देकर मजदूरी का काम कराया जाता है। ऐसे बच्चों से काम कराना जुर्म है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अगर अपना काम सही ढंग से करें ।तो जीवन में कभी किसी को परेशानी नहीं हो सकती है ।इस मौके पर पैनल अधिवक्ता संतोष कुमार पाण्डेय ने कहा कि व्यक्तिगत ईमानदारी से ही भ्रष्टाचार मिटेगा। उन्होंने कहा कि ईमानदारी की बात अधिकारी ही नहीं बल्कि आम लोगों में भी होनी चाहिए। हम लोग ईमानदार होंगे तभी दूसरे से ईमानदारी की बात कर सकते हैं। देखा जाता है कि सुखी संपन्न लोग बीपीएल कार्ड बनवा लेते हैं। इससे गरीबों का हक मारा जाता है । एक लाख से कम आय वाले महिला, एसटी,एससी ,प्राकृतिक आपदा से ग्रसित, दिव्यांग आदि मुफ्त विधिक सहायता पाने का हकदार है। इन सब को मुकदमा लड़ने के लिए विधिक सेवा प्राधिकार से निहशुलक वकील और कोर्ट फीस उपलब्ध कराया जाता है। इस मौके पर नई दिशाएं के सचिव इंदु भगत ने कहा कि हम सब अधिकार की बात तो करते हैं।पर कर्तब्य भूल जाते हैं ।अधिकार के साथ-साथ कर्तव्य का भी निर्वहन जरूरी है ।उन्होंने कहा कि डायन बिसाही कोई चीज नहीं है। यह अंधविश्वास है ।इससे ऊपर उठना होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का विकास दर काफी निम्न है।इसके चलते ही गांव का सर्वांगीण विकास नही हो पाता हैं। ग्रामीणों को सबसे बड़ी लड़ाई अशिक्षा से है। इसे दूर करना बहुत जरूरी है ।उन्होंने कहा कि अगर एक समय भूखे रहना भी पड़े तो रहे लेकिन बच्चे को शिक्षित जरूर बनाएं। इस मौके पर बी पी आर ओ मनु तिवारी ने कहा कि सत्य की लड़ाई लड़े। विवाद ऐसा ना करें जिसमें खुद बर्बाद हो जाए ।उन्होंने कहा कि नकारात्मक सोच बदले व दूसरे को भला करने को सोचे। तभी आप आगे बढ़ सकते हैं। दूसरे का अधिकार हनन होने से ही विवाद उत्पन्न होता है। कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए। जरूरत पड़ने पर कानून का सहारा ले। बेवजह मुकदमे बाजी से बचे हैं। न्याय के लिए मुकदमा लडे। किसी को परेशान करने के लिए नहीं ।उन्होंने दहेज प्रताड़ना,घरेलू हिंसा, डायन भूत प्रतिषेध अधिनियम, मनरेगा, पंचायत से जुड़े अधिकार पर भी विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर मुखिया सुशीला देवी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के कैंप के आयोजन से लोग सशक्त बनेंगे ।इस मौके पर विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री आवास,जॉब कार्ड,स्वास्थ्य बीमा कार्ड,आदि से सम्बंधित लोगों ने समस्या रखा। इस मौके पर अनिता मिंज,हीरामन साव,इंद्रदेव सिंह,बनारस सिंह,कामेश्वर पासवान, अभिषेक पाण्डेय,तेजु सिंह, समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।