मेदिनीनगर : हुसैनाबाद विधायक कमलेश सिंह और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सूर्या सोनल सिंह ने मेदिनीनगर आवास पर प्रेस वार्ता किया। विधायक कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एक राजा एक नियम के तहत कार्य करें ।राज्य के सभी जिला वासियों को एक समान से देखें,किसी के साथ कोई भेदभाव ना करें ,क्योंकि राज्य के सभी जिले वासियों का एक ही समान अधिकार है ।चाहे वह किसी भी धर्म ,जाति ,भाषा के बोलने वाले हो सभी को नौकरी पाने का समान अधिकार है। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा भोजपुरी और मगही को डोमिनेटिंग भाषा कहना सरासर गलत है। झारखण्ड विभिन्न जाति, धर्म और संस्कृति का प्रदेश है। ऐसे में भोजपुरी, मगही भाषा को बिहार की भाषा कहना कही से उचित नहीं है। सरकार से मांग करता हू की नियोजन नीति में मगही, भोजपुरी, मैथली और अंगिका भाषा को शामिल किया जाए ।इसे डोमिनेटिंग भाषा नहीं कहा जाए। श्री सिंह ने कहा कि अगर सरकार इनकी माँग को पूरा नहीं करती है ।तो सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे किसी भाषा से कोई विरोध नहीं है ।लेकिन सरकार भाषा को लेकर राज में भेदभाव की स्थिति उत्पन्न कर रही है। जिस कारण शिक्षित बेरोजगार युवकों में आक्रोश की भावना सरकार के प्रति उत्पन्न हो रही है ।राकपा राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को समर्थन दी है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सरकार की गलत नीतियों में पार्टी साथ देगी ।उन्होंने कहा कि राज्य में इस स्थिति से राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार को भी अवगत करा दिया गया है ।यदि हेमंत सरकार समय रहते राज्य भाषा में सुधार नहीं करती हैं ।तो आने वाले समय में इसका दुष्परिणाम सरकार पर पड़ेगा ।प्रदेश प्रवक्ता सूर्या सिंह ने कहा कि देश का यह पहला राज्य होगा। जो राष्ट्रीय भाषा हिंदी को भी शामिल नहीं किया है ।इस कारण राज्य सरकार के प्रति लोगों में काफी संशय का माहौल कायम है। उन्होंने कहा कि सरकार भाषा को लेकर लोगों में विभेद उत्पन्न कर रही है। जो नहीं करना चाहिए। यदि सरकार समय रहते इसमें त्वरित कार्रवाई नहीं करती है। तो आगे आने वाले समय में राकपा मुखर होकर विरोध करेगी। प्रेस वार्ता में जिला अध्यक्ष रंजीत जायसवाल, अजीत सिंह शामिल थे।