मुख्य मंदिर को फूलों से सजाने के लिए कोलकाता से पहुंचे कारीगर
प्रातः और अभिजीत मुहूर्त में करे कलश स्थापना: असीम पंडा
रजरप्पा(रामगढ़)। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शारदीय नवरात्र की पूजा की तैयारी प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर परिसर में की गई है। पूरे मंदिर क्षेत्र की साफ सफाई की गई है। बाहर से पूजा करने आने वाले श्रद्धालुओं के रहने खाने पीने की व्यवस्था भी की जा रही है। मंदिर को फूलों से सजाने के लिए कोलकाता से कारीगर पहुंच चुके हैं।
कल से मंदिर परिसर में माता की पूजा के मंत्र गूंजने लगेंगे। मंदिर के पुजारी असीम पंडा ने कहा की कल गुरुवार के प्रातः 6:15 से 8:30 तक कलश स्थापन करने का अच्छा मुहूर्त है।इसके बाद अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापना की जा सकती है। कल से माता की पूजा विधिवत रूप से आरंभ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नवरात्र पूजा को लेकर मंदिर न्यास समिति ने पूरी तैयारी कर ली है। लेकिन श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइन के तहत मंदिर में पूजा अर्चना करना होगा। श्रद्धालुओं को हर हाल में मास्क पहन कर आना होगा। साथ में सैनिटाइजर करने की भी व्यवस्था करनी होगी।
पूरे मंदिर परिसर को फूलों और आकर्षक बतियों से सजाया जा रहा है। वही पूरे मंदिर क्षेत्र में अन्य मंदिरों को भी साफ सुथरा कर सजाया जा रहा है। मंदिरों के पुजारियों का कहना है कि अभी मंदिर क्षेत्र में चार-पांच दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ कम होगी। लेकिन महासप्तमी के बाद से श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ आनी शुरू हो जाएगी। महा नवमी के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने पहुंचेंगे। इसको देखते हुए आगे की व्यवस्था प्रशासन के साथ मिलकर किया जा रहा है।