कॉलेज के भू दाताओं और छात्रों ने आजसू कार्यकर्ताओं को जमकर पीटा, बवाल
सत्ता से बाहर होते ही आजसू नेताओं कार्यकर्ताओं में दिख रहा बौखलाहट
रामगढ़ कॉलेज में कल मंगलवार को सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी पहुंच रहे
रामगढ़ कॉलेज में बवाल के बाद छावनी में हुआ तब्दील
रामगढ़। जिला में आजसू नेता कार्यकर्ता सत्ता से बाहर होते ही बौखलाहट में नजर आने लगे हैं। आजसू नेता कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ ने लगे हैं। ऐसा एक नजारा सोमवार 4 अक्टूबर को रामगढ़ कॉलेज में देखने को मिला है।रामगढ़ कॉलेज मैं सोमवार को अचानक एक जंगी अखाड़े में तब्दील हो गया।
यहां आजसू छात्र संघ और कॉलेज के भू दाताओं के बीच जमकर लाठियां चली। इस मारपीट में आजसू छात्र संघ के 3 सदस्यों को काफी चोटें आई हैं। इस मामले में अब रामगढ़ पुलिस जांच और कार्रवाई में जुट गई है। दरअसल यहां पर इंटर साइंस की पढ़ाई को लेकर पिछले 1 साल से विवाद चल रहा है। इस मुद्दे को लेकर आजसू छात्र संघ लगातार आंदोलन कर रहा है। आजसू नेताओं का लगातार हस्तक्षेप अब कॉलेज के भू दाताओं और छात्रों को नागवार गुजर रहा है। सोमवार को भी आजसू छात्र संघ ने कॉलेज में तालाबंदी करने की घोषणा की थी।
छात्र नेता राजेश कुमार महतो ने बताया कि इस आंदोलन के लिए उन्होंने कॉलेज प्रबंधन के साथ साथ जिला प्रशासन को भी सूचना दी थी। इस कॉलेज में इंटर कला और कॉमर्स की पढ़ाई हो रही है। लेकिन कॉलेज में साइंस के विद्यार्थियों के लिए नामांकन बंद कर दिया है। अगर दो संकाय की पढ़ाई हो रही है तो तीसरे संकाय की पढ़ाई के लिए कॉलेज प्रबंधन पीछे क्यों हट रहा है। इससे छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है। साइंस के विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए दूसरे कॉलेज और यहां तक कि दूसरे जिले का रुख करना पड़ रहा है। रामगढ़ कॉलेज में तालाबंदी करने पहुंचे आजसू छात्र संघ को कॉलेज के भुदाता ,छात्र और कर्मियों ने जमकर की धुनाई। लाठी-डंडों की बरसात के बाद कॉलेज में भगदड़ मच गई। देखते ही देखते रामगढ़ कॉलेज पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। जैसे कि बंद समर्थक छात्र कॉलेज के प्राचार्य कक्ष की ओर आगे बढ़े, पहले से मौजूद कालेज के भुदाता , छात्र ओर कालेज कर्मी विरोध के लिए आगे आ गए।फिर बहसबाजी के बाद मारपीट शुरू हो गई। इन लोगों ने आजसू छात्र संघ से जुड़े लोगों को कॉलेज परिसर में दौड़ा दौड़ा कर पीटा। अचानक कलम और किताब की जगह कालेज में लाठी डंडों की बरसात हो गई। आजसू छात्र संघ के समर्थकों की कॉलेज परिसर में जम कर धुनाई कर दी गई । उग्र भीड़ को देख पुलिस मुकदर्शक बनी रही। इंटर की पढ़ाई के लिए दूसरे भी हैं कॉलेज, रामगढ़ कॉलेज में हो स्नातक की पढ़ाई। कालेज से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि इंटर की पढ़ाई करने के लिए औऱ भी संस्थान है। यहाँ उच्च शिक्षा की पढ़ाई होनी चाहिए। इस मुद्दे पर रामगढ़ कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि वे आज कॉलेज परिसर में नहीं थे। उन्हें इस बात की सूचना मिली है कि कॉलेज में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ है। इस पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है। वे खुद घटना की जानकारी जुटा रहे हैं। कॉलेज परिसर में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए प्रबंधन भी अपने स्तर से पहल कर रहा है। उन्होंने कहा कि वे दोनों पक्षों से अपील कर चुके हैं की बातचीत से किसी समस्या का समाधान निकाला जाए। विवाद और मारपीट जैसी घटनाएं उचित नहीं है। वही, रामगढ़ कॉलेज में आजसू छात्र संघों की पिटाई का मुद्दा अब राजनीतिक रंग ले चुका है। इस मामले में आजसू के विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रभारी राजेश कुमार महतो ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि छात्र संघ के सदस्यों की पिटाई दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में इंटर विज्ञान संकाय में नामांकन को लेकर आंदोलन करने के लिए लोग जुटे थे। आजसू छात्र संघ के सदस्य नारेबाजी करते हुए कॉलेज परिसर पहुंचे।
कॉलेज में तालाबंदी से पूर्व रामगढ़ प्रशासन के पहल पर आजसू छात्र संघ का प्रतिनिधि मंडल कॉलेज प्रशासन से वार्ता करने को लेकर प्रशासनिक भवन की ओर बढ़े ही थे कि घात लगाए असमाजिक तत्व और छात्र विरोधी तत्व हमलावर होकर आजसू छात्र संघ के सदस्य पर टूट पड़े। आजसू छात्र संघ के पदाधिकारी जब तक कुछ समझते उन पर तडा़तड़ लाठी चार्ज व पत्थरबाजी शुरू कर दी गई। हम आजसू छात्र संघ गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, समाजसेवी सुनीता चौधरी के निर्देशानुसार संवैधानिक और लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलनरत थे। वहां घात लगाए सैकड़ों असमाजिक तत्व और छात्र विरोधी तत्व ने आजसू छात्र संघ के कार्यकर्ताओं पर बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज किया गया। कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करना लोकतंत्र को तार-तार करने जैसा है। जानकारी के अनुसार आजसू छात्र संघ के कार्यकर्ताओं को पीटने वाले में अधिकतर आजसू के ही कार्यकर्ता शामिल है।