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विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के बहुउद्देशीय भवन एवं डिजिटल स्टूडियो के उद्घाटन समारोह में झारखंड के राज्यपाल हुए शामिल

शिक्षा की गुणवत्ता के साथ-साथ छात्रों के चारित्रिक विकास व नैतिक मूल्यों को बढ़ाने पर दिया बल

शिक्षा का स्तर एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार देश व प्रदेश का भविष्य तय करता है: राज्यपाल

हजारीबागविनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित बहुद्देशीय भवन एवं डिजिटल स्टूडियो के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल रमेश बैस शामिल हुए।

इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में अपने संबोधन में कहा कि समाज व राष्ट्र के विकास में शिक्षा की अहम भूमिका होती है। वैश्वीकरण के इस दौर में हमें अपने विद्यार्थियों को हर हाल में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करनी होगी ताकि वे अपने ज्ञान व कौशल से रोजगार हासिल कर सके. विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए हमें हमेशा प्रयासरत रहना है हमारा यह दायित्व होना चाहिए कि हमारे विद्यार्थियों में महिलाओं के प्रति सम्मान, व्यक्तिगत जीवन में सत्य और ईमानदारी, आचरण में अनुशासन एवं आत्म संयम तथा कार्य में दायित्व की भावना विकसित हो. हमारा प्रयास सभी को उच्च शिक्षा मिले इस ओर होना चाहिए,शिक्षा से ही लोगों में जागरूकता आती है और सामाजिक कुरीतियों का अंत होता है। शिक्षा की गुणवत्ता व सबके लिए समान शिक्षा के अवसर सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण सरकारी स्कूलों में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी विषयों के शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा जाना अति आवश्यक है।

साथ ही उन्होंने कहा शिक्षा या स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में आधारभूत मानव संसाधन व आधारभूत ढांचे के सुदृढ़ीकरण में विशेष फोकस रहेगा।

उन्होंने कहा कि समस्त विश्व विगत डेढ़ वर्ष से कोरोना का सामना कर रहा है,जन सहयोग एवं चिकित्सा जगत से जुड़े कर्मियों की सेवा एवं समर्पण के कारण हम इस चुनौती का सामना करने में सफल हो पाए हैं। कोरोना महामारी जैसी विषम परिस्थिति का हमारी शिक्षा व्यवस्था पर भी व्यापक प्रभाव पड़ा है। कोविड-19 के गंभीर संकट के समय ऑनलाइन शिक्षा ही एकमात्र विकल्प के रूप में सामने आया ऐसे में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त डिजिटल स्टूडियो का सार्थक निर्माण चुनौतियों को अवसर में बदलने का जीवन प्रमाण है। शिक्षकों को अपने ज्ञान और विविधता का प्रसार करने में यह एक बड़ा अवसर प्रदान करेगा जिससे वर्तमान में विद्यार्थियों को लाभान्वित होने के साथ-साथ भविष्य के लिए भी धरोहर का केंद्र बनेगा। यूट्यूब एवं अन्य संचार के माध्यम से डिजिटल स्टूडियो का लाभ वैश्विक स्तर पर होगा। बहुउद्देशीय भवन विद्यार्थियों, कर्मचारियों के लिए इंडोर खेलों की सुविधा से भरपूर है इससे खेल भावना के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि मेरा यह विश्वास है कि विश्वविद्यालय परिसर के साथ-साथ आसपास के पीड़ित जनों की सेवा हेतु फिजियोथैरेपी जैसे उपयोगी पाठ्यक्रम का केंद्र भी होगा| सेवा, रोजगार परक शिक्षा तथा खेल तीनों की अद्भुत त्रिवेणी का निर्माण कोविड-19  काल में अपने आप में एक प्रशंसनीय कार्य है
 हमारे राज्य के विश्वविद्यालय सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विश्व के बेहतर विश्वविद्यालयों में अपना नाम स्थापित करें यह हमारा प्रयास एवं सपना है, इसके लिए शिक्षण संस्थानों को एक बेहतर माहौल कायम करने की दिशा में गंभीरतापूर्वक ध्यान देने की जरूरत है। अच्छा माहौल नहीं रहेगा तो ना विद्यार्थी पढ़ पाएंगे और ना शिक्षक पढ़ा पाएंगे हमें ऐसा वातावरण विकसित करना होगा जो शिक्षण संस्थानों में सर्वत्र ज्ञान का माहौल प्रदान करे।

अंत में उन्होंने कहा कि हमें विज्ञान और कला दोनों के समन्वय के माध्यम से अपने सांस्कृतिक व नैतिक मूल्यों तथा संवेदना के साथ विकास के पथ पर अग्रसर होना है| पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ नैतिक एवं चारित्रिक विकास भी बहुत महत्वपूर्ण है और हमें इस पर भी ध्यान देना है|  यह विश्वविद्यालय छात्रहित में सदैव विभिन्न प्रकार के दायित्वों का समर्पित भाव से निर्वहन करेगा और विद्यार्थियों को एक बेहतर एवं जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रयत्नशील रहेगा| उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर और स्वास्थ्य सुविधाओं के स्तर पर ही किसी प्रदेश का भविष्य निर्भर करता है,इस संदर्भ में झारखंड के राज्यपाल के रूप में आधारभूत संसाधनों की कमी को दूर करने की हरसंभव कोशिश रहेगी|  उन्होंने अपने संबोधन में सरकारी विद्यालयों खासकर सुदूरवर्ती क्षेत्रों में विज्ञान,गणित, अंग्रेजी जैसे विषयों के शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा जाना अत्यंत ही महत्वपूर्ण बताया|
 कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ठ अतिथि हज़ारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा हजारीबाग का गौरवशाली इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य, खनिज संपदा, भौगोलिक स्थिति यहां की पहचान हुआ करती थी। परंतु अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कारण हजारीबाग शिक्षा के एक नए केंद्र के रूप में स्थापित हो चुका है। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय में आज डिजिटल लैब एवं मल्टीपरपस हॉल के बन जाने से यह पढ़ रहे छात्र छात्राओं एवं स्थानीय जनता को इसका लाभ मिल पाएगा। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अत्याधुनिक शोध एवं विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए माध्यम को सुगम बनाने के लिए  हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।  इस दौरान  सांसद जयंत सिन्हा ने  राज्यपाल  से  हजारीबाग  मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी  की कमी को दूर करने,  विश्वविद्यालय परिसर में  सेंटर फॉर ट्राइबल स्टडीज  स्थापित  करने की मांग  रखी।
इस  दौरान विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने अतिथियों का स्वागत भाषण करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को साझा किया। साथ ही लॉकडाउन के दौरान विश्वविद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था संचालन के लिए ऑनलाइन माध्यम से पाठ्यक्रम का संचालन की जानकारी दी। साथ ही आपदा काल में विश्वविद्यालय में आधारभूत संरचना के विकास के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए डिजिटल स्टूडियो की स्थापना एवं बहुत देशीय भवन के निर्माण की जानकारी दी।

पुस्तकों का हुआ विमोचन

मौके पर  अमेरिका का इतिहास प्रोफेसर शत्रुघ्न पांडे, संत कोलंबा कॉलेज, सस्टेनेबल डेवलपमेंट  ऑफ इंडिया प्रोफेसर सन्याल विश्वविद्यालय शिक्षक,केदारनाथ की कविता में लोकरंग प्रोफेसर सुनील कुमार दुबे फ्यूचरिस्टिक जनरल के पुस्तकों का विमोचन राज्यपाल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल के अलावे हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा,कुलपति मुकुल नारायण देव,प्रमंडलीय आयुक्त कमल जॉन लाकड़ा,जिला एवं सत्र न्यायाधीश,प्रति कुलपति अजीत कुमार सिन्हा,   पुलिस महानिरीक्षक,उपायुक्त,पुलिस अधीक्षक सहित अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपति सहित कई पदाधिकारी शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।