Breaking News

किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरा विपक्ष, कृषि बिल के खिलाफ दिखाई एकजुटता

भारत बंद का पलामू में दिखा असर, नहीं चले लंबी दूरी के वाहन, आधे पहर तक जमे रहे बंद समर्थकर रेलवे का परीचालन रहा सामान।

मेदिनीनगर। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद का असर पलामू में भी देखने को मिला। जिला मुख्यालय के अलावे जिले के विभिन्न प्रखंडों में बंद समर्थकों ने बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतर कर केंद्र सरकार के नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। खुली दुकानों को बंद कराया ।

किसानों के समर्थन में पूरा विपक्ष सड़क पर उतर कर केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। देशव्यापी भारत बंद को सफल बनाने के लिए विभिन्न संगठनों ने पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी। सोमवार को कार्यकर्ता सुबह से ही बंदी को सफल बनाने के लिए सक्रिय रहे।

पलामू में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा में शामिल भाकपा, भाकपा माले, एटक, इप्टा, जन संग्राम मोर्चा, झारखण्ड क्रांति मंच, दिहाड़ी मजदूर यूनियन, फूलन देवी विचार मंच, भाकपा माले रेड स्टार, एससी-एसटी ओबीसी, माइनारिटी एकता मंच, भारतीय बौद्ध महासभा, भीम आर्मी, आईसा, हुल झारखण्ड क्रांति दल, रसोईया संघ के अलावा मुख्य विपक्षी राजनीतिनक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी समेत विभिन्न जन संगठनों व विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने 6 महान और रेड़मा चौक को घंटो जाम रखा। दिन के आधे पहर तक बंद समर्थक सड़क पर डटे रहे। बंदी को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले वाहनों के आड़ा टेड़ा रोक कर चौक चौराहों को जाम कर दिया। इस कारन एनएच 39 एवं 98 पर कई घंटे तक आवागमन ठप रहा। बीच-बीच मे बंद समर्थकों द्वारा बाजार को भी बंद कराने की कोशिश की गयी। बंदी के कारण बंद रहे स्कूल।


बंद को देखते हुए ऐहतियातन सभी स्कूलों में छुट्टी कर दी गयी थी। बंद का रेलवे पर कोई असर नहीं देखा गया। हालांकि आपात स्थिति से निपटने के लिए जीआरपी और आरपीएफ को तैनात किया गया था।
एटक कार्यकर्ताओं को लिया गया हिरासत में।बंद को सफल बनाने के लिए रेडमा चौक पर एटक के राज्य सचिव राजीव कुमार के नेतृत्व में बंद समर्थक सड़क पर उतरे थे। 12 बजे के बाद एटक कार्यकर्ता रेड़मा चौक से शहर की ओर कुच किए। जबकि पुलिस ने उन्हें कचहरी चौक के पास ही रोक लिया। जिसके बाद कार्यकर्ता समाहरणालय के मुख्य गेट को जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में पुलिस सभी को हिरासत में लेकर थाना ले आई। हालांकि कुछ ही घंटे में सभी को छोड़ दिया गया। झामुमो-कांग्रेस ने बाजार में घूमकर कराया बंद
झामुमो के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिन्हा और कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टू के नेतृत्व में भी कार्यकर्ता छहमुहान पहुंचकर बंदी को सफल बनाया। इस बीच रूक-रूक कर कार्यकर्ता बाजार एरिया में भी पहुंच कर बंद करा रहे थे।
बंदी में लाल झंडा लिए नन्हा बालक ने लगाया सरकार के खिलाफ नारे।
भारत बंद के समर्थन में जब विभिन्न राजनीतिक दलों व जन संगठनों के कार्यकर्ता छहमुहान पर सड़क जाम कर रहे थे । इसी वक्त एक नन्हा बालक हाथ में माइक थामे सरकार के खिलाफ जोरदार तरीके से नारेबाजी करता हुआ सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। चौक पर लोग उसके इर्द-गिर्द जमा हो कर उसके साथ नारेबाजी करने लगे। कई लोग नन्हे बालक को इस तरह से नारेबाजी करते हुए संगठनों की आलोचना भी कर रहे थे। इस आंदोलन में मुख्य रूप से
भाकपा कार्यकर्ता सूर्यपत सिंह, जिला सचिव रूचिर तिवारी, भाकपा माले के जिला सचिव आरएन सिंह, सरफराज अहमद, जन संग्राम मोर्चा के युगल पाल, रवि पाल, आम आदमी पार्टी के चंद्रबली चौबे, सुधीर कुमार, इप्टा से उपेंद्र मिश्रा, शत्रुघन कुमार शत्रु, शैलेश चंद्रवंशी, झामुमो जिला सचिव सानू सिद्धकी ,राजद नेता साहिल सहानी ,राहुल राज ,विश्वनाथ राम घूरा के अलावा चिंता देवी, गीता देवी, रसोइया संघ के अनिता देवी भाकपा से सुरेश ठाकुर, फेकन उरांव, मुनाजरूल हक, पूरनचंद साव, अलाउद्दीन, राजीव रंजन, श्रद्धानंद तिवारी, आलोक तिवारी, अश्विनी त्रिपाठी, धीरेंद्र पांडे, एआईएसएफ के सुजीत पांडे उर्फ विदेशी पांडे, माले नेता पवन विश्वकर्मा, रामपति ब्यास, द्वारिका विश्वकर्मा, संजय राम, रामलाल राम, पिंटू कुमार, उपेन्द्र भुईयां, बलराम राम, राजकुमार पासवान, रहमान खान, जसीम अंसारी, किसान महासभा के प्रदीप विश्वकर्मा, श्रवण विश्वकर्मा सहित अन्य लोग शामिल थे।