मेदिनीनगर : केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि बिल को रद्द करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया है। पलामू मे किसान आंदोलन के समर्थन में भी लोग सड़क पर उतरेंगे। विभिन्न संगठनों ने इसके लिए पहले से ही तैयारी की है। झारखंड राज्य देहाडी मजदूर यूनियन के बैनर तले किसान और मजदूर सोमवार को सड़क पर उतर कर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए किसानों के समर्थन में तीनों कृषि बिल रद्द करने की मांग करेंगे। मजदूर संगठन एटक से संबंध बिहारी मजदूर यूनियन की ओर से भारत बंद को सफल बनाने के लिए मजदूर- किसान जागरुकता रथ निकाला गया । जिसके माध्यम से कार्यकर्ता अलग-अलग गांव में जाकर लोगों को किसान आंदोलन की सार्थकता को बता रहे हैं और 27 सितंबर को भारत बंद का समर्थन करते हुए बंद में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। यूनियन की ओर से चैनपुर के भड़गांवा, पिंडरा, पनेरीबांध, झारिवा, बंदुआ, बुढिबिर, गरदा, सलतुआ के अलावा बैरिया, रेड़मा , सादिक चौक, कचहरी परिसर, घासपट्टी और सटेशन रोड आदि जगहों पर आम सभा कर जन जागरूकता अभियान चलाया गया। और लोगो से भारत बंद का समर्थन करने की अपील की गई।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि किसान जो हमारे लिए अन्न उगाते हैं। पिछले कई महीने से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार किसानों की बात सुनने के बजाय उन पर जुल्म और अत्याचार कर रही है। सरकार ने कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए तीनों कृषि बिल लाया है।ताकि किसान हाशिए पर चले जाए। जिसे देश की जनता कभी होने नहीं देगी। सड़क से लेकर संसद तक जनता अपनी एकजुटता प्रदर्शित कर रही है । दिहाड़ी मजदूर यूनियन के महासचिव सह एटक के राज्य सचिव राजीव कुमार के नेतृत्व में कई जगहों पर आम सभा किया गया। उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता किसान को केंद्र सरकार छल रही है। जो होने नहीं दिया जाएगा। जब तक तीनों काला कानून वापस नहीं होता है। किसानों के हित में आंदोलन जारी रहेगा। जिसमें मुख्य रूप से अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य कार्यकारी अध्यक्ष सह भाकपा नेता केडी सिंह, माले नेता आरएन सिंह, गौतम कुमार, गीता कुमार, शत्रुधन कुमार शत्रु समेत अन्य लोग शामिल थे।