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चितपुरनी स्टील प्राइवेट लिमिटेड ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस

फैक्ट्री प्रबंधन सभी मजदूरों और कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण कराती है उपलब्ध 

ठेकेदार के मजदूर विकास यादव की दुर्घटना में नहीं हुई है मौत : प्रबंधन

विकास यादव ने की है आत्महत्या: धर्मराज यादव

रामगढ़। हजारीबाग जिला के चरही ओपी के 15 माइल में स्थित चितपुरनी स्टील में बीते 22 सितंबर की रात 9:30 बजे एक घटना घटी। जिसमें फैक्ट्री के ठेका कंपनी सुनील इंटरप्राइजेज का एक मजदूर की मौत हो गई। इस संबंध में शुक्रवार को फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा फैक्ट्री के मुख्य कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। फैक्ट्री के महाप्रबंधक डीके झा और सुनील इंटरप्राइजेज के मैनेजर धर्मराज यादव ने पूरी घटना की जानकारी दी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि चितपुरनी स्टील प्लांट 15 माइल में ठेकेदार सुनील इंटरप्राइजेज के हेल्पर के रूप में विकास कुमार काम करता था। वह 1 सप्ताह पहले 16 सितंबर को अपने गांव से प्लांट आया था। पिछले 22 सितंबर की रात करीब 9 बजे के लगभग विकास यादव पारिवारिक विवाद के बाद असामान्य स्थिति में अपने रूम से दौड़ते हुए निकले। इस क्रम में विकास यादव ने चार पांच लोगों का पैर भी छूआ। इसके बाद विकास दौड़ते हुए इंडक्शन फर्नेस की भट्टी की और गया। वहां पहले से काम कर रहे लोग कुछ समझ पाते इसके पहले ही वह भट्टी में छलांग लगा दिया। जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई। सुनील इंटरप्राइजेज के धर्मराज यादव ने बताया कि विकास यादव को अभी तक फैक्ट्री में काम करने की उस दिन ड्यूटी नहीं थी।
वही फैक्ट्री के महाप्रबंधक डीके झा ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन मजदूरों और कर्मचारियों को सुरक्षा के सभी उपकरण उपलब्ध कराती है। फैक्ट्री में काम करने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान की जाती है। सभी कार्यों के लिए सुपरवाइजर और अन्य अधिकारी मौजूद रहते हैं। श्री झा ने बताया कि सुनील इंटरप्राइजेज के हेल्पर के रूप में काम करने वाले विकास यादव के परिवार को 6 लाख 50 हजार का मुआवजा दिया जा चुका है। घर वालों ने उनका अंतिम संस्कार भी हजारीबाग में कर दिया है। घर के लोग शव को गांव ले जाने के बजाय हजारीबाग में ही अंतिम संस्कार कर दिया।
वहीं प्लांट के ठेकेदार सुनील इंटरप्राइजेज का सुपरवाइजर मुन्ना मंडल ने बताया कि विकास यादव कुछ दिनों से परेशान दिख रहा था। रात को वह फोन पर किसी से बात करने के बाद रूम से दौड़ते हुए बाहर निकला था। विकास यादव पहले से किसी कर्ज को लेकर परेशान दिख रहा था। बताया गया कि भट्टी से में काम करने वाले भाटी से लगभग 5 से 6 फीट की दूरी पर रहकर काम करते हैं। मुन्ना मंडल ने कहा कि लोग कुछ समझ पाते इसके पहले ही विकास यादव ने फर्नेस की भट्टी में छलांग लगा दिया था। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। वहीं घटना में विकास यादव के तरफ से मध्यस्थ का काम कर रहे सेवानिवृत्त डीएसपी केवी यादव ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा विकास यादव के परिजनों को 6 लाख 50 हजार का मुआवजा दिया गया है। मृतक के परिजनों को फैक्ट्री प्रबंधन ने पूरा सहयोग किया है।