पीएनबी के डिप्टी मैनेजर, मैनेजर समेत11 गिरफ्तार
पुलिस ने लॉकर से गायब किए गए आभूषण किया बरामद
मेदिनीनगर: भारत सरकार लोगों के कीमती आभूषण एवं कागजात समेत अन्य सामान घरों से चोरी ना हो जाए इसके लिए राष्ट्रीय कृत बैंकों में लॉकर की सुविधा ग्राहकों के लिए प्रदान की है। ताकि लोग अपने गहना ,कीमती सामान एवं महत्वपूर्ण कागजात बैंकों के लॉकर में रख सकते हैं ।इसके लिए सरकार प्रत्येक ग्राहक से लॉकर का चार्ज लेती है ।लेकिन सरकार के इन सारी सुविधाओं पर कई गहरे सवाल बैंक कर्मी खड़ा कर दिए हैं ।अब लोग अपने कीमती सामानों को रखे तो कहां रखें यह सवाल लोगों के जेहन में दौड़ रहा है। पलामू के पंजाब नेशनल बैंक के शाखा डाल्टनगंज में 90 लॉकर की सुविधा ग्राहकों के लिए प्रदान की गई है ।इन लोगों में लोग अपने कीमती आभूषण कुछ पैसा एवं कागजात को रखें थे।इस बैंक के डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार ने नौ लॉकर को डुप्लीकेट चाबी बनवा कर लॉकर में रखे सारे आभूषणों को अपने मातहत लोगों के माध्यम से गायब कर दिए ।इसका खुलासा तब हुआ जब ग्राहक अशोक कुमार सिन्हा बैंक में जाकर अपने लॉकर को खोलना चाहा। तो लॉकर नहीं खुला इसकी सूचना उसने उसने मैनेजर को दिया ।तो मैनेजर ने आश्वासन दिया कि गोदरेज कंपनी के टेक्नीशियन को बुलाया जाएगा ।उसके बाद खोला जाएगा ।श्री सिन्हा ने 14 सितंबर को पुनः बैंक पहुंचकर टेक्नीशियन के सामने खोलना चाहा जो लॉकर नहीं खुला। तो अंत में टेक्नीशियन ने लॉकर को थोड़ा, तो उसमें रखें सारे आभूषण गायब पाए गए ।इसकी सूचना अशोक कुमार सिन्हा ने शहर थाना को दी इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने टीम का गठन किया ।इसके बाद अनुसंधान प्रारंभ की गई ।इस संबंध में पुलिस ने बैंक मैनेजर डिप्टी मैनेजर समेत 11 लोगों को गिरफ्तार की हैं ।इसमें चाबी बनाने वाले ,गिरवी रखने वाले और इस गोरखधंधे में संलिपत सभी लोग शामिल हैं। इसकी खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि इसका मुख्य सरगना डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार है। जो विगत 7 महीनों से इस गोरखधंधा में संलिपत था ।प्रशांत ने अशोक सिन्हा के लॉकर से 42 भर सोना को गायब किया ।इसके बाद उसने लगातार इस घटना को अंजाम अपने सहयोगियों के माध्यम से देता चला गया। इसके पूर्व लॉकर नंबर 88को मैनेजर ने 18 फरवरी को खोला था ।जिसके मालिक गुरजीत सिंह तथा ए एन तिवारी ने इसकी शिकायत की तो मैनेजर ने तत्काल उन दोनों को मैनेज कर लिया। इसके बाद लॉकर नंबर 23,28, 24 ,28 ,53 ,54 ,46 तथा 72 नंबर के लॉकर को खोला गया जिसके सारे आभूषण व रखे समान गायब पाए गए। एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि इस कांड में सनलिप्त कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है ।जबकि मनोज सिंह चेरो, रिशु चंद्रवंशी फरार है ।उन्होंने कहा कि इन दोनों की गिरफ्तारी भी बहुत जल्द होगी ।तब और जाकर मामले का खुलासा होगा ।उन्होंने कहा कि डिप्टी मैनेजर ने मनोज सिंह शेरों से कहा कि लॉकर का चाबी बनवाने वालों को ले आओ जिस पर मनोज ने चाबी बनाने वाले मिस्त्री मकबूल से संपर्क किया। मकबूल ने प्रति लॉकर को खोलने के लिए दस हजार रूपय का डिमांड किया। जिस पर वह मैनेजर मान गया और मकबूल ने सभी लॉकरो का डुप्लीकेट चाबी बना कर खोल दिया। इसके बाद मैनेजर ने प्रशांत सोनी उर्फ पिंटू सोनी बड़े कारोबारी कपिल सोनी ,जितेंद्र सोनी ,राजेश प्रसाद गुप्ता ,ओमप्रकाश चंद्रवंशी, और रिशु को जेवर गिरवी रखने के लिए देता था ।यह कह कर की जेवर को गलाना नहीं है ।इस प्रकार लोगों से आभूषण गायब किए जाते थे। और ब्रांच मैनेजर गंधर्व को इसकी भनक भी नहीं लगती थी ।ऐसा ब्रांच मैनेजर का कहना है ।एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि इस धंधे में ब्रांच मैनेजर की संलीपता पाई गई है ।साथ ही लोगों से गायब किए गए कुछ आभूषणों की बरामदगी की गई है। उन्होंने बताया कि 748 ग्राम सोना ,21.50 ग्राम चांदी बरामद की गई है ।जबकि आईसीआईसीआई बैंक में जितेंद्र सोनी द्वारा 458 ग्राम सोना तथा कपिल सोनी द्वारा 189 ग्राम सोना बैंक में रखा गया ।जिसकी पुष्टि आईसीआईसीआई बैंक ने की है। इस पर पुलिस ने निकासी पर रोक लगा दी है ।पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में 240 ग्राम सोना मोहित सोनी के पास से बरामद की है। उन्होंने कहा कि नौ लॉकर को तोड़कर ब्रांच मैनेजर ने सभी के बीच राशि का वितरण करता था ।वही रिशु चंद्रवंशी से गिफ्ट मैनेजर ने 15लाख रुपए लिए रिशु कुछ कहना अपने पत्नी को रखने के लिए दिया था । रेडमा निवासी बाबाजी के पास कुछ गिरवी रखा। उन्होंने कहा उक्त बैंक में जितने भी लॉकर धारी हैं, सभी को सूचना देने के लिए बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया गया है। गिरफ्तार व्यक्तियों में ब्रांच मैनेजर गंधर्व, डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार, चाबी बनाने वाला मकबूल अंसारी, सोना गिरवी रखने वाले व्यापारी प्रशांत उर्फ पिंटू सोनी, राजेश गुप्ता, डिप्टी मैनेजर को कार से रांची पहुंचाने पहुंचाने वाले टैक्सी ड्राइवर वसीम आलम, बैंक का दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मोहम्मद कलाम ,व्यापारी कपिल सोनी, जितेंद्र सोनी, मोहित सोनी, शिवम सोनी, अब्दुल्लाह अंसारी, रवि खत्री ,शामिल हैं ।जबकि छापेमारी अभियान में शहर थाना प्रभारी अरुण कुमार महथा, पुलिस अवर निरीक्षक नकुल शाह, सौरभ कुमार, सहायक अवर निरीक्षक कामेश्वर ठाकुर ,रेवा शंकर राणा, रामजीत सिंह, गोपाल दुबे ,अभिमन्यु सिंह, आरक्षी राजकुमार सिंह ,चंद्र प्रकाश शुक्ला, अनिल कुमार यादव, समेत अन्य शामिल थे।