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उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक

रामगढ़।उपायुक्त माधवी मिश्रा की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिला समाज कल्याण कार्यालय की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान सबसे पूर्व उपायुक्त में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती कनक कुमारी तिर्की से वर्तमान में रामगढ़ जिले में आंगनबाड़ी सेविकाओं तथा सहायिकाओं के रिक्त पदों की जानकारी ली। समीक्षा के क्रम में उन्होंने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करते हुए सभी पदों पर आंगनवाड़ी कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने वर्तमान में रामगढ़ जिले के अलग-अलग प्रखंडों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति की समीक्षा करते हुए वहां उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों तथा महिला सुपरवाइजर्स से जिन प्रखंडों में मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाया गया है के माध्यम से बच्चों तथा महिलाओं को मिल रहे लाभ की जानकारी ली।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने आंगनबाड़ी केंद्रों में चारदीवारी व्यवस्था की जानकारी लेते हुए जिन केंद्रों में चारदीवारी की व्यवस्था उपलब्ध है में किचन गार्डन का निर्माण करते हुए उन के माध्यम से महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने समाज कल्याण कार्यालय में कार्यरत सभी अधिकारियों एवं कर्मियों से कहा के समाज के निर्माण तथा कुपोषण को दूर करने में समाज कल्याण विभाग का बेहद महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए बहुत जरूरी है कि आप सभी अपने द्वारा किए जाने वाले कार्यों को गंभीरता से लें अखबारों तथा अन्य माध्यमों से अगर कहीं से भी सूचना प्राप्त होती है तो उस पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए संबंधित को लाभ देना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना एवं मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत जिले में हो रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सभी अधिकारियों एवं कर्मियों को सरकार द्वारा प्राप्त लक्ष्य के विरुद्ध लाभुकों को लाभ देने के उपरांत नए लाभुकों का चयन करने एवं इससे संबंधित सूची विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
कुपोषण को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से उपायुक्त ने बैठक के दौरान जिले के अलग-अलग प्रखंडों में स्थित एमटीसी केंद्रों में भर्ती बच्चों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सैम तथा मैम बच्चों की पहचान करते हुए उनके इलाज हेतु उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों, सहायक जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, महिला सुपरवाइजर्स सहित अन्य उपस्थित थे।