रामगढ़। राधा गोविन्द विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा पाँच दिवसीय राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका आज का विषय था- ‘भारतीयता की अवधारणा और हिंदी’। कार्यक्रम का शुभारंभ राधा गोविन्द विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ. अंजु तिवारी के स्वागत वक्तव्य से हुआ। उन्होंने अपने वक्तव्य में सभी आमंत्रित वक्ताओं, प्रतिभागियों, विश्वविद्यालय के सम्मानित महानुभावों का हार्दिक अभिनंदन किया। कुलाधिपति बी एन साह ने सभी को शुभकामनाएं दी और अपने महत्वपूर्ण विचार प्रतिभागियों के समक्ष रखे। तत्पश्चात कुलपति प्रो. डॉ. एम रज़ीउद्दीन ने भी सभी को सम्बोधित किया और अपना आशीर्वचन प्रदान किया। कुलसचिव डॉ निर्मल कुमार मण्डल ने भी सभी को शुभकामनाएँ प्रेषित की।
कार्यक्रम का संचालन और वक्ताओं का परिचय डॉ मनमीत कौर (संयोजक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष) द्वारा किया गया।विषय प्रवेश डॉ. अंजनी कुमार मिश्रा द्वारा कराया गया। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ जनार्दन (सहायक प्राध्यापक, हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज) और विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ संजय कुमार जायसवाल (सहायक प्राध्यापक, विद्यासागर विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल) जुड़े। डॉ जनार्दन जी ने हिंदी के संघर्ष की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और भारतीय संविधान में हिंदी की स्थिति के विविध पक्षों पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही, विभिन्न भाषाओं के अनुवाद की आवश्यक और उसकी महत्ता पर भी बल दिया। डॉ संजय जायसवाल ने सभी भाषाओं के आपसी समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि जब हम सभी भाषाओं का सम्मान करेंगे तभी भारतीयता की संकल्पना को सार्थक कर पाएँगे। दोनों वक्ताओं ने कई महत्वपूर्ण उद्धरणों के साथ अपनी बातों का पुष्टिकरण भी किया।
इस पाँच दिवसीय ऑनलाइन वेब संगोष्ठी के अंतर्गत प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया था जो हिंदी दिवस और हिंदी भाषा पर आधारित था। 15, 16 और 17 सितंबर को क्रमशः शोध पत्र वाचन, स्वरचित कविता पाठ और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। विद्यार्थियों और शोधार्थियों (आने वाली युवा पीढ़ी) के बीच हिंदी भाषा का महत्व बना रहे, हिंदी के प्रति रुचि एवं सृर्जनशीलता बनी रहे तथा सभी अपनी राष्ट्रभाषा का सम्मान करें, यही इन प्रतियोगिताओं के आयोजन का मुख्य उद्देश्य था। इन प्रतियोगिताओं में राधा गोविन्द विश्वविद्यालय सहित देश भर के कई प्रतिष्ठित संस्थाओं से विद्यार्थी और शोधार्थी जुड़े तथा अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। षयजु के- कोच्ची विश्वविद्यालय, केरल, सौमी मजूमदार- शांतिनिकेतन, उतीर्ण धर- प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, कोलकाता, नसरीन खातून- रामानुजन कॉलेज, दिल्ली, पूर्णिमा- इंदौर, रजत- मुजफ्फरनगर, पप्पू- मध्यप्रदेश, सुष्मिता हल्याल- कर्नाटक, अमृतांशु- गोरखपुर, लक्ष्मी- खड़गपुर, नीति-कानपुर, अशोक- राजस्थान, मुस्कान, रजनी, मनीषा, कृपाशंकर, आशुतोष, प्रतिभा, गजेन्द्र, पम्मी, निशि, शोभा, सुषमा, जीनत, निशा, शिल्पा, खुशबू, स्वाति, संजय, विकास आदि ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर अपनी सहभागिता दर्शायी। प्रतियोगिताओं का संचालन डॉ० मनमीत कौर (संयोजक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष) तथा डॉ सत्येन्द्र कुमार (हिंदी विभाग) के कुशल निर्देशन में हुआ। राधा गोविन्द विश्वविद्यालय परिवार के पदाधिकारियों और सदस्यों ने सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस वेब संगोष्ठी में झारखंड सहित कई राज्यों और भारत के कई बड़े-बड़े शिक्षण संस्थानों से लगभग 200 प्रतिभागी जुड़े और वक्ताओं के विचारों से लाभान्वित हुए। इस वेब संगोष्ठी में प्रतिभागियों द्वारा आमंत्रित अतिथियों से विषय सम्बन्धी प्रश्न भी किये गए जिसका उन्होंने बहुत ही सहजता के साथ उत्तर दिया ।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सत्येन्द्र कुमार (हिंदी विभाग) द्वारा किया गया। तकनीकी सहायता के रूप में डॉ. संजय कुमार (अध्यक्ष- कंप्यूटर साइंस विभाग), श्री प्रेमचंद महतो (कंप्यूटर साइंस विभाग) और नीतीश तिवारी का सहयोग प्राप्त हुआ।
इस कार्यक्रम में राधा गोविन्द शिक्षा स्वास्थ्य ट्रस्ट की सचिव सह कुशल समाजसेविका सुश्री प्रियंका कुमारी, वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार, विश्वविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य श्री अजय कुमार एवं विभिन्न विभागों से व्याख्यातागण, शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण भी उपस्थित रहे ।