सुरक्षित जब तक जल-जंगल, समझो तब तक जन-मंगल, आओ करें संरक्षित पर्यावरण,सुंदर आने वाला कल

  • चेटर ग्राम में धूमधाम के साथ सरहुल पर्व सम्पन्न

रामगढ़ l मंगलवार को चेटर ग्राम के सरना स्थल पर प्रात:काल से ही अतिरिक्त गहमागहमी का वातावरण था। सभी स्थानीय आदिवासी भाई – बहन पारंपरिक वेशभूषा में सरना पूजा स्थल पर उपस्थित थे। मांदर की मीठी थाप और नगाड़े की निर्भिक ध्वनि प्रकृति पर्व सरहुल की व्यापकता का गुणगान कर रहे थे। पारंपरिक शिष्टाचारों में रचे-बसे सामुहिक लोकनृत्य वसंत काल के माधुर्य का अनूठा दृश्य उपस्थित कर रहे थे। पूजा स्थल के समीप बनाया गया झूमर नृत्य अखाड़ा और आयोजन के संचालन तथा आमंत्रित अतिथियों के स्वागत हेतु बनाया गयाl मंच एक स्वस्थ , सुंदर और सुसंस्कृत आदिवासी सभ्यता के जीवंत रहने का प्रमाण दे रहे थे।
सरना पूजा के सामुहिक शिष्टाचारों के पश्चात अतिथियों का स्वागत तिलक , सखुआ के फूल , सरना उपवस्त्र तथा गुड़-चना के प्रसाद के साथ किया गया। आगत अतिथियों में मुख्य रूप से आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष सुनील मुण्डा , मंसू मास्टर , पंकज मुण्डा , डा बी एन ओहदार , टिकेन्द्र ओहदार , सुनील कश्यप , राजेश महतो , ललिता कुमारी , पिंकी कुमारी सहित अन्य थे। आयोजन की अध्यक्षता केसर करमाली ने की जबकि मंच संचालन श्रीधर मुंडा और मुकेश मुंडा ने संयुक्त रूप से किया।
अवसर पर मोहरलाल पहान , तेजनाथ बेदिया,मीरा मुंडा,नर्तनराम मुंडा , रामचंद्र पहान , भिखमंग मानकी , अजय मुंडा , डालचंद ओहदार , रामरतन बेदिया , मिथुन बेदिया , मदन करमाली , मनीष कुमार , मोहन पहान , दीपिका कुमारी , देवंती देवी , झुमको देवी , अनिता कुमारी , सरस्वती देवी , मुन्नी देवी , बीना देवी , फूलेश्वरी देवी , ललीता देवी तथा सैकड़ों आदिवासी भाई – बहनों सहित मीडिया प्रभारी राज़ रामगढी उपस्थित थे। उपरोक्त तथ्यों की जानकारी राज़ रामगढी ने साझा की है।

preload imagepreload image
16:40