भुरकुंडा। आज विधानसभा में बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी ने पतरातू डैम और पीटीपीएस से विस्थापित गांवों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों के हित के लिये अपनी बात रखी।
पतरातू थर्मल पावर स्टेशन (पीटीपीएस) को पानी आपूर्ति के लिए 2727 एकड़ भूमि में पतरातू डैम और 6500 एकड़ भूमि में पीटीपीएस की स्थापना की गई। इस परियोजना के कारण 25 गांवों को विस्थापित होना पड़ा। हालांकि, पीवीएनएल (NTPC) द्वारा कई प्रभावित गांवों—लबगा, किन्नी, जराद, हेसला, आरासाह, नेतुआ, मेलानी, चैतमा, हरिहरपुर, सोलिया, पलानी, उचरिंगा, बरतुआ, तालाटांड—को विस्थापित गांवों की सूची में शामिल नहीं किया गया। इस कारण विस्थापित ग्रामीणों को नौकरी, रोजगार में प्राथमिकता नहीं मिल रही है, और CSR मद से कोई विकास कार्य भी नहीं किया जा रहा। सरकार से निवेदन है कि इन गांवों को विस्थापित गांवों की सूची में जोड़ा जाए, ताकि प्रभावित परिवारों को रोजगार में प्राथमिकता मिले और CSR फंड के तहत उनके गांवों में विकास कार्य किए जाएं।