भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों को अपनाएँ:प्रो पूर्णकांत ठाकुर

रामगढ़lआज सोमवार को भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की 37वीं पुण्यतिथि रामगढ़ जिला नाई समिति की ओर से स्थानीय रामगढ़ ब्लॉक के समीप स्थित स्टेप बाय स्टेप स्कूल के परिसर मे मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामगढ़ जिला नाई समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर पूर्णकांत कुमार ठाकुर ने किया एवं संचालन जिला सचिव लालचंद ठाकुर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन जिला कोषाध्यक्ष प्रोफेसर प्रणीत कुमार ठाकुर ने किया। कार्यक्रम का शुरुआत मुख्य अतिथि माया ठाकुर एवं प्रोफेसर पूर्णकांत कुमार ठाकुर जिला अध्यक्ष रामगढ़ जिला नाई समिति रामगढ़ के द्वारा कर्पूरी ठाकुर जी के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर रामगढ़ जिला नाई समिति के सभी पदाधिकारी गण एवं सदस्य गण अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए । इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि श्रीमती माया ठाकुर ने कहा की आज वर्तमान समय में हम सभी नाई समाज के लोगों को एकता बनाए रखने की बहुत ही जरूरत हैlसभी नाई समाज के लोगों को विशेष रूप से महिलाओं को भी आगे आना होगा तभी हमारा समाज सशक्त और मजबूत होगा और शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। वही जिला अध्यक्ष प्रोफेसर पूर्णकांत कुमार ठाकुर ने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम हैlजिसके द्वारा हम अपने आप को शिक्षित करते हुए अपने एवं अपने समाज एवं अपने देश का विकास कर सकते हैं। यह प्रेरणा हमें भारत रत्न से सम्मानित जननायक कर्पूरी ठाकुर जी से लेनी चाहिए क्योंकि उन्होंने अपने पूरे जीवन में शिक्षा को बहुत महत्व दिया और शिक्षा के आधार पर ही उन्होंने बिहार के उपमुख्यमंत्री, एवं दो बार मुख्यमंत्री के पद पर रहे। मुश्किल परिस्थितियों में भी पढ़ाई करते हुए वे शिक्षक की नौकरी भी की और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जिस कारण अंग्रेजों के शासनकाल में जेल भी जाना पड़ा फिर भी वे डरे नहीं और भारतीय स्वतंत्रता के लिए आगे बढ़ते गए। बिहार सरकार में मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए पिछड़ों एवं असहाय, कमजोर एवं गरीबों के उत्थान के लिए बहुत कार्य किए। पिछड़े एवं गरीब छात्रों के लिए उन्होंने हाई स्कूल माध्यमिक बोर्ड स्तर के परीक्षा फीस माफ किया एवं निशुल्क पढ़ाई प्रारंभ की। जिससे राज्य के गरीब असहाय छात्रों को काफी लाभ हुआ और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े। उन्होंने ही अंग्रेजी विषय की अनिवार्यता खत्म की और हिंदी भाषा को अनिवार्य किया। बिहार राज्य के शिक्षा क्षेत्र में उनका काफी योगदान रहा है। जिसे हम भूल नहीं सकते इसलिए उन्हें गरीबों का मसीहा भी कहा गया हैl आज हम सभी युवाओं को उनके बताए रास्ते एवं आदर्शों पर चलकर आगे बढ़ना चाहिए संरक्षक राजेश ठाकुर ने कहा कि हम लोगों को जननायक कर्पूरी ठाकुर जी से प्रेरणा लेने की जरूरत है तभी समाज का कल्याण हो सकता है। इस पुण्यतिथि कार्यक्रम में रामगढ़ जिला नाई समिति रामगढ़ के जिला सचिव, लालचंद ठाकुर, कोषाध्यक्ष प्रोफेसर प्रणीत कुमार ठाकुर, संरक्षक, महेंद्र ठाकुर, राजेश ठाकुर, अमित ठाकुर, सुधीर ठाकुर नूतन आनंद ठाकुर के अलावे प्रतिमा सेन गुप्ता अलका श्रीवास्तव ,रेणुका श्रीवास्तव बिंदिया यादव ,सुनीता, सविता अनु ,तनु, सरिता श्रीवास्तव कौशल्या, कनक ,रोहित, पंखुड़ी आध्या, प्रियल, सुमित के अलावे समाज के कई लोग उपस्थित थे।