रामगढ l डीएवी पब्लिक स्कूल,आरा कुजू के परिसर में भूतपूर्व विद्यार्थियों का मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सत्र -1987 से 2005 तक के विद्यार्थी,भूतपूर्व प्राचार्य और भूतपूर्व शिक्षक शामिल हुए।इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री आलोक कुमार ने आज के सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ डीएवी आरा के प्राचार्य आलोक कुमार,राजेश कुमार राय, परमेश्वर सिंह, सी.डी. मेहता, मनोज कुमार मिश्रा,बी. के. पांडेय, डॉ.अशोक कुमार मिश्रा ने दीप जलाकर किया।डीएवी आरा के विद्यार्थियों के द्वारा नागपुरी नृत्य के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।इस कार्यक्रम में 149 भूतपूर्व विद्यार्थी शामिल हुए। देश -विदेश से कई ऐसे विद्यार्थी थे जो विद्यालय नहीं पहुंच पाए लेकिन वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा जुड़े हुए थे । इसके साथ ही प्रीति प्रसाद, सुमन घोष, अजीत कुमार सिंह आदि ने अपने मन के विचारों को अलग -अलग प्रस्तुति के माध्यम से व्यक्त किया।इस अवसर पर सत्रानुसार सभी विद्यार्थियों को याद सह सम्मान स्वरुप स्मृति चिह्न दिया गया। शाश्वत चिल्ड्रेन हॉस्पिटल हज़ारीबाग के डॉ. बीरेंद्र कुमार(भूतपूर्व विद्यार्थी ) जो हजारीबाग के जाने- माने शिशु चिकित्सक हैंl उन्होंने कहा “डीएवी आरा की देन है कि आज तक मैंने कई बच्चों का ईलाज करके जीवन बचाया है।शाश्वत चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, हजारीबाग में बच्चों की बीमारी का सबसे सस्ता ईलाज होता है।” देवरा क्लिनिक, रांची के डॉ. राजेश कुमार सिंह(सत्र -1997)जो वर्त्तमान समय में मेडिका, रांची के गहन चिकित्सक हैं। कोविड के दौरान उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने कहा, ” समाज के हर वर्ग को यथासम्भव मदद करनी चाहिए।समाज का सेवा करना ही जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। “स्वर्गीय धनराज महतो मेमोरियल कुजू क्षेत्र हॉकी प्रतियोगिता आयोजित कराने वाले दुबे कुमार पटेल सत्र -1992 )के विद्यार्थी ने कहा,”मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।मीरा ब्रदर्श, डॉ. लाल पैथोलब्स, रामगढ़,इलाइट टेस्टिंग लैब, प्राइवेट लिमिटेड रांची आदि के सौजन्य से यह कार्यक्रम सफल रहा। डीएवी आरा के कई ऐसे भूतपूर्व छात्र हैंlजिन्होंने अपनी प्रतिभा का डंका हर क्षेत्र में बजाया है उन्हीं में से एक हैं सुदामा यादव जो 1987 सत्र के विद्यार्थी रहे हैंlवे वर्तमान समय में केंद्र सरकार में गजिटेडअधिकारी(सी. ए. एस. ओ. इन. एम. ओ. डी )के पद पर लखनऊ में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा,”डीएवी आरा की मिट्टी को शत-शत नमन। डीएवी आरा के हर धूल को मैंने फूल बनाया।”सुरेंद्र कुमार जो झारखण्ड प्रशासनिक सेवा से चयनित होकर वर्तमान समय में लातेहार में ए.डी. एम. के पद कार्यरत हैंlउन्होंने अपने सम्बोधन में कहा, “शिक्षा शेरनी का वो दूध है जिसे जो जितना पीएगा वो उतना ही दहाड़ेगा। हर व्यक्ति कोअपना काम ईमानदारी पूर्वक करना चाहिए। विद्यालय के भूतपूर्व विद्यार्थी पवन कुमार सिंह(सत्र -1988)जो वर्त्तमान समय में भारत सरकार के सेवा में डिप्टी डाइरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, ने कहा,”डीएवी आरा कुजू में जो अनुशासन सिखाया गया था आज भी काम आ रहा है।’विद्यालय के प्राचार्य आलोक कुमार ने भूतपूर्व प्रचार्यो और शिक्षकों को स्मृति चिह्न देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. राहुल कुमार,दुबे कुमार पटेल, रणजीत कुमार ओझा की महत्वपूर्ण भूमिका थी। धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती सकला अंजू बरियार और मंच का संचालन श्रीमती रश्मि झा ने किया। मौके पर पूरा विद्यालय परिवार उपस्थित थे।