हजारीबाग l जिला कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम में भारत के प्रथम पूर्व राष्ट्रपति देशरत्न डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद की 141 वीं जयंती उनके चित्र पर माल्यार्पण कर मनाई गई । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि देशरत्न डाॅ राजेन्द्र प्रसाद स्वाधीन भारतीय गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति थे । महाभारत के युधिष्ठिर समान वे भी भारतीय राजनीति में अज्ञातशत्रु कहलाते थे । अत्यंत धार्मिक भाव जहां उन्होंने धार्मिक श्रद्धा को जीवन में स्थान दिया था, उसी भांति भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रति भी उनहे लगाव था । संस्कृत और फारसी के तो वे विद्वान थे ही इस वुद्विमत्ता के बल पर इस किसान का पुत्र ने गांधीजी से प्रभावित होकर स्वाधीनता संग्राम में पुरी निष्ठा और निडरता के साथ भाग लिया । अपनी सादी जीवनी से वे किसानों में घुलमिल गए । पटना में सदाकत आश्रम की स्थापना उन्होंने की । देश के प्रथम राष्ट्रपति बने रहने पर भी अहंकार से दूर रहे और कर्तव्यनिष्ठ बने रहे । सेवा निवृत होते ही उन्होंने पुन: सदाकत आश्रम के अपने कार्यक्षेत्र को बिंदु बनाकर शेष समय वहीं व्यतीत किया ।
कार्यक्रम में बिनोद सिंह, निसार खान, मनिषा टोप्पो, संजय तिवारी, गुड्डु सिंह, परवेज अहमद, सुनिल सिंह राठौर, अनिल भुईंया, भैया असीम कुमार, अर्जुन सिंह, बाबु खान, सैयद अशरफ अली, चंद्रशेखर आजाद, सदरूल होदा, मुस्ताक अंसारी, दिलीप कुमार रवि, रियाजउद्दिन अंसारी, अमर सिंह यादव, मुगेश्वर प्रसाद चौधरी के अतिरिक्त कई कांग्रेसी उपस्थित थे ।