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प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को झारखण्ड की वास्तविकता से मिलकर अवगत कराएंगें: राजेन्द्र प्रसाद

  • मूलवासी सदानों की अनदेखी हार का मुख्य कारण: राजेन्द्र प्रसाद

रांचीlभाजपा की समीक्षा बैठक में विधानसभा चुनाव में हारे हुए उम्मीदवारों और प्रदेश के नेताओं द्वारा मंईया सम्मान योजना और जेएलकेएम को मुख्य कारण बताए जाने पर मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को इसके गहराई में जाना चाहिए। राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि वे भाजपा के प्रदेश प्रभारी,भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को बता दिया था कि झारखण्ड में दुर- दुर तक कहीं से भाजपा की सरकार बनते नहीं दिख रही है। प्रसाद ने यह भी कहा वे सह प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हेमंता विश्वा शर्मा को भी बता दिया था सदान नॉट हैप्पी। राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि भाजपा के कोर वोटर मूलवासी सदान हैं। लेकिन मूलवासी सदानों को 112 प्रखंडों के सभी पंचायतों में मुखिया ,प्रमुख, जिला परिषद अध्यक्ष बनने से वंचित कर दिया गया ओबीसी का आरक्षण को 27 से घटाकर 14 %कर दिया गया 7 जिलों में ओबीसी का आरक्षण शून्य कर दिया गया। नियोजन नीति और स्थानीय नीति को परिभाषित नहीं करने से सबसे ज्यादा नुकसान झारखंड में मूलवासी सदानों का हुआ है। जो कि भाजपा का मूल वोटर हैं। राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि इस से मूलवासी सदान आहत हैं। भाजपा के प्रदेश के नेताओं को अपने मूल वोटर पर ध्यान देना चाहिए था।
राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि मूलवासी सदान मोर्चा ने स्थानीय नीति, नियोजन नीति और क्षेत्रीय भाषाओं को लेकर लगातार आन्दोलन किया है। इसके अलावा ओबीसी आरक्षण, 112 प्रखंडों में तमाम पंचायतों को आरक्षित करने के विरुद्ध में मूलवासी सदान मोर्चा ने लगातार आंदोलन व धरना प्रदर्शन करते रहा है। लेकिन इन सभी मुद्दों पर भाजपा प्रदेश की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गयाl बल्कि स्थानीय नीति नियोजन नीति को लेकर एक बाहरी भाजपा के सांसद ने कहा कि 1932 खतियान की मांग करने वाले बांग्लादेशी हैं।
प्रसाद ने यह भी बताया कि वे समाजिक संगठनों के बुलावे पर कार्यक्रमो में शामिल होने संथाल परगन गए थे। इस पर एक बाहरी सांसद ने मेरे ऊपर अमर्यादित टिप्पणी की थी । जिसका विरोध मूलवासीय सदान के अलावे कई जातीय संगठनों ने विभिन्न जिलों में सांसद का पुतला जलाकर विरोध किया था।इसका भी नुकसान भाजपा को हुआ है। राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि यह सच्चाई है कि मूलवासी सदान मोर्चा एक समाजिक संगठन हैl मूलवासी सदानों के अधिकारों को लेकर लगातार आंदोलन करते रहा है। राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि जेएलकेएम को उपेक्षित मूलवासी सदानों ने ही मुद्दों के आधार पर वोट किया है। राजेन्द्र प्रसाद ने यह भी बताया कि मूलवासी सदानों का वोट सिर्फ जेएलकेएम को भर नहीं मिला है बल्कि महागठबंधन को भी मिला है । प्रसाद ने कहा कि इस सच्चाई को भाजपा के उम्मीदवारों को गहराई से सही जानकारी होनी चाहिए।
राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगगें और झारखण्ड की वास्तविकता से अवगत कराने की बात कही है।