रामगढ़, 29 नवंबर 2024: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) और झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (JHALSA) के निर्देशानुसार, रामगढ़ व्यवहार न्यायालय परिसर में “चाइल्ड फ्रेंडली लीगल सर्विसेज फॉर चिल्ड्रन स्कीम 2024” के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा (DLSA) के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार दुबे ने किया। कार्यक्रम के दौरान, श्री दुबे ने समाज में अनाथ, बेसहारा, और वंचित बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को उनके अधिकार दिलाने और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए बाल कल्याण समिति (CWC), बाल संरक्षण निकाय, और जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (JJB) के साथ समन्वय करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने NALSA स्कीम के तहत गठित लीगल सर्विस यूनिट फॉर चिल्ड्रन के कार्यों और उनकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला।प्रशिक्षण शिविर का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनिल कुमार ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों से बच्चों के हित में समर्पित होकर कार्य करने की अपील की और वंचित बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य:
बच्चों को न्याय और कानूनी सहायता तक आसान पहुंच प्रदान करना।
ऐसे बच्चों को संरक्षण देना जिन्हें तत्काल मदद की आवश्यकता है।
वंचित बच्चों को सही दिशा में मार्गदर्शन देना और उन्हें गलत राह पर जाने से रोकना।
बच्चों के कल्याण के लिए संबंधित संस्थानों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करना।
कार्यक्रम में विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारी, बाल संरक्षण इकाई के सदस्य, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। यह प्रशिक्षण बच्चों के अधिकारों की रक्षा और उनके समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।