लोहरदगा l एक तरफ झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान हो रहा था. वहीं, दूसरी तरफ एक दुखद खबर भी लोगों के सामने आई. झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता सधनू भगत का बुधवार को निधन हो गया. सधनू भगत के निधन से इलाके में शोक की लहर है.
झारखंड की पहली सरकार में थे मंत्री
सधनू भगत का जन्म 19 जनवरी 1946 को हुआ था. एकीकृत बिहार में वर्ष 1995 में पहली बार लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने थे. दूसरी बार भी सधनू भगत ने लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर जीत सुनिश्चित की थी. वह 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग होने के बाद झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बने थे. लोगों के बीच व्यवहार कुशल एवं मृदुभाषी व्यक्तित्व के रूप में पहचान रखने वाले सधनू भगत के निधन से भाजपा परिवार एवं लोहरदगा की आम जनता मर्माहत है.
लोकसभा चुनाव 2024 में भी सधनू भगत ने अपनी सक्रियता दिखाई थी. मतदाताओं के बीच लगातार पहुंचकर पार्टी के निर्देश के अनुसार काम किया था. उनके निधन से भारतीय जनता पार्टी को गहरा आघात पहुंचा है. सधनू भगत पिछले तीन महीने से बीमार चल रहे थे. उन्हें भोजन करने में परेशानी आ रही थी. इसी बीच बुधवार की सुबह अचानक से उन्हें सीने में दर्द हुआ. जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया.
निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सदर अस्पताल लोहरदगा रेफर किया गया था. सदर अस्पताल लोहरदगा लाने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है. सिविल सर्जन डॉ. शंभू नाथ चौधरी ने उनके निधन की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि सधनू भगत का स्वास्थ्य पिछले तीन महीने से लगातार गिर रहा था. उनकी पत्नी का काफी पहले देहांत हो चुका है. उनकी एकमात्र पुत्री है.
भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री सधनू भगत का निधन के बाद झारखंड सरकार में मंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रामेश्वर उरांव ने उनके घर पहुंच कर शोकाकुल परिवार से मुलाकात की. इसके साथ ही मंत्री रामेश्वर उरांव ने परिवार वालों को सांत्वना दी है. मौत की खबर सुनते ही विभिन्न संगठनों ने भी शोक जताया है.