रामगढ़ l श्री दिगंबर जैन मंदिर में श्री सिद्धचक्र विधान का आयोजन बहुत भक्ति भाव से किया जा रहा हैंlयह विधान 8 नवंबर शुक्रवार से शुरू होकर 15 नवंबर शुक्रवार तक पूरे विधि विधान के साथ संपन्न होगा।जैन महिला जागृति रामगढ़ के द्वारा श्री सिद्ध चक्र विधान का आयोजन किया जा रहा हैंlप्रतिदिन सुबह जलाभिषेक,शांतिधारा एवम् नित्य पूजन किया जा रहा हैं।
पंडित रमेश जैन शास्त्री ने कहा कि सिद्धचक्र महामडल विधान विधानों का राजा है। विधान में सिद्ध परमेष्ठी भगवान की आराधना की जाती है।
जिमसें महिलाओं ने हाथों में मंगल कलश धारण कर मंडप की स्थापना के साथ ही सुख शांति की कामना की । पंडित जी ने कहा कि सिद्धचक्र महामंडल विधान में अनेक विधान समाहित है। मोह चक्र के वशीभूत प्राणी को सांसारिक चक्र से पार पाने के लिए सिद्ध चक्र की आराधना करनी होगी। सिद्ध चक्र का विधान मैना सुंदरी और श्रीपाल ने किया था।
सकारात्मक और सफल जीवन के लिए सभी लोगों को अपने जीवन में धर्म को महत्व देना चाहिए। इस मौके पर अरुणा जैन, मीना पाटनी,उषा पाटनी,शारदा अजमेरा, पुष्पा अजमेरा,खुशबू चूड़ीवाल,मिथलेश जैन ,सरला सेठी,अनीता चूड़ीवाल,सुनीता चूड़ीवाल,आभा जैन,सुनीता छाबड़ा,प्रिया पाटनी,श्रीकांता गंगवाल,ममता गंगवाल,रेणु चूड़ीवाल,किरण सेठी आदिअन्य लोग भी विधान में बैठी हैं।
समाज अध्यक्ष मानिक चंद जैन ने समाज के सभी सदस्यों से अनुरोध किया है कि विधान में सब बढ़ चढ़कर हिस्सा लेवे एवम पुण्य के भागीदार बनेlसमाज सदस्या श्रीमति पुष्पा अजमेरा एवम संजय सेठी ने 8 दिन का व्रत धारण किया हैlइनके इस तप की हार्दिक अनुमोदना करते हैं ।