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झामुमो झारखण्ड के निवेशकों के साथ लड़ेगा हक की लड़ाई सहारा में निवेश करने वाले

  • झारखंडियों का पैसा वापस नहीं करने का जिम्मेवार कौन
  • अमित शाह जी आप सहकारिता मंत्री हैं,फिर भी झारखण्ड के 1.50 करोड़ निवेशकों का भुगतान क्यों नहीं हो रहा
  • हजारों निवेशकों ने की अबतक आत्महत्या

रांची l सहारा के नाम पर मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी बनाकर बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया। इसके लिए केंद्रीय सहकारिता देश के केंद्रीय गृह मंत्री सह सहकारिता मंत्रालय जिम्मेवार है,जिसके मंत्री अमित शाह हैं। पिछले दिनों झारखण्ड आकर केंद्रीय सह सहकारिता मंत्रालय के मंत्री अमित शाह ने झारखण्ड के करीब 1.50 करोड़ निवेशकों और भुक्तभोगियों के जले पर नमक छिड़का है। सहकारिता मंत्री आए और जुमला देकर चले गए। कहा भाजपा की सरकार बनाओ तो झारखण्ड के निवेशकों का पैसा वापस कर देंगे। झारखंडियों के साथ ये सौदा वाली बात कैसी? क्या झारखण्ड में भाजपा की सरकार बनी तभी निवेशकों की गाढ़ी कमाई का पैसा वापस होगा अन्यथा नहीं। यह पूरी तरह से केंद्र सरकार का मामला है। आप निवेशकों का पैसा क्यों वापस नहीं कर देते। ये बातें झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडे ने कही। विनोद पांडे पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा आखिर सहारा में निवेश करने वालों का पैसा वापस नहीं करने का जिम्मेवार कौन है। राज्य या केंद्र सरकार।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर सुब्रत राय को जेल में बंद करने के बाद सहारा की संपत्ति को बेचकर 25 हजार करोड़ जमा किया गया था। लेकिन सहकारिता मंत्री रहते ये राशि निवेशकों के बीच अमित शाह ने क्यों नहीं वितरित कराई। विनोद कुमार पांडे ने आगे बताया कि भले ही केंद्र सरकार झारखण्ड के निवेशकों की अनदेखी करे, लेकिन झामुमो हर स्तर पर निवेशकों के साथ उनके हक अधिकार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। हालांकि यह राज्य सरकार का मामला नहीं है बावजूद इसके हम केंद्र सरकार ने झारखण्ड के निवेशकों के लिए लड़ाई लड़ेंगे।

पोर्टल बनाया और आवेदनों को स्वीकृत कर दिया

झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने बताया कि 19 जुलाई 2023 को केंद्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा कहा गया कि तीन से चार माह में निवेशकों का पैसा वापस कर दिया जाएगा। इसके लिए वेब पोर्टल का निर्माण किया गया और निवेशकों से आवेदन मांगे गए, लेकिन 90 प्रतिशत आवेदन स्वीकृत कर दिए गए। यह दुर्भाग्य ही है कि आज देश का पैसा लेकर सहारा परिवार के लोग विदेशों में ऐश कर रहें हैं और निवेशक आत्महत्या। ये वही लोग हैं, जिन्होंने एक भी आत्महत्या करने वाले परिवार की सुध नहीं ली और सुब्रत राय के मरने पर उनके घर गए।
इस मौके पर सहारा से अपने निवेश किए राशि वापस पाने की कानूनी लड़ाई लड़ रहे विश्व भारती जनसेवा संस्थान के जनार्दन मिश्रा ने बताया कि उनका एक करोड़ रुपया सहारा में फंसा। उनके एकलौते बेटे की मौत हो चुकी है। अपने निवेश किए गए पैसों के लिए उन्होंने कई बार गुहार लगाई लेकिन मुझे कहा गया कि उपर तक पहुंच होगी तब पैसा मिलेगा। हर बार धोखा ही हुआ। अमित शाह सहकारिता मंत्री हैं हमारे पैसों का भुगतान क्यों नहीं कर देते। झारखण्ड के लोगों का सिर्फ मूलधन सहारा के 1800 करोड़ फंसा हुआ है।