- मूलवासी सदानों की बात करने वालों को जिताएं व सदान विरोधी को हराएं : राजेन्द्र
- आरक्षित सीटों पर भी सदान समर्थित को जिताएं
- जयराम महतो को मूलवासी सदानों के अधिकारों से खिलवाड़ नहीं करने की दी चेतावनी
रांचीlमूलवासी सदान मोर्चा के केन्द्रीय समिति की बैठक केन्द्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता में रांची में हुई।बैठक में कहा गया मूलवासी सदान मोर्चा एक समाजिक संगठन है और 65%मूलवासी सदानों के अधिकारों को लेकर लगातार आन्दोलन और संघर्ष कर रहा है। मूलवासी सदान मोर्चा से जुड़े लोग विभिन्न राजनीतिक दलों से भी जुड़े हुए हैं। ऐसे में राजनीतिक पार्टी अपने अपने पार्टी से कुछ टिकट देगी एसी उम्मीद थीlलेकिन ऐसा कोई राजनीतिक पार्टी ने नहीं किया। इसको देखते हुए सर्वसहमति से निर्णय हुआ कि मूलवासी सदान मोर्चा किसी एक दल को समर्थन नहीं देगाl वैसे प्रत्याशी को चुनाव में जीतने का प्रयास करेगा जो सदानों के प्रति प्रति सहानुभूति रखते हैं।
मूलवासी सदान मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने अपने सम्बोधन में कहा कि मूलवासी सदान मोर्चा ने स्थानीय नीति, नियोजन नीति, ओबीसी आरक्षण को बढ़ाने और सात जिलों में आरक्षण शुन्य हैlउसमें सुधार कराने को लेकर हमेशा आन्दोलन किया लेकिन दुर्भाग्यवश नियोजन नीति और स्थानीय नीति ओबीसी आरक्षण के नाम पर गठबंधन की सरकार बनी थीl लेकिन सरकार ने वादा खिलाफी किया है। राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि मूलवासी सदान बहुत सारे लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र आरक्षित होने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाते हैं। इसके बाद भी 112 प्रखंडों के तमाम पंचायत को आरक्षित कर मुखिया, प्रमुख और जिला परिषद अध्यक्ष बनने से मूलवासी सदानों को वंचित कर दिया गया है।
ऐसे में मूलवासी सदानों को भी राजनीतिक अधिकार मिले इसके लिए मोर्चा विधानसभा का सीट को 160 करने और लोकसभा की सीट को 14 से 28 करने 2026 में परिसीमन कराने की मांग केंद्र सरकार से करती है। इसका राजनीतिक दल समर्थन करते हैं या नहीं वह स्पष्ट करें।
राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि राजनीतिक दल यह भी स्पष्ट करें राज्य में उनकी सरकार बनती है तो सदान आयोग का गठन करेंगें या नहीं? राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने तमिलनाडु के तर्ज पर ओबीसी को 50% आरक्षण देने की अनुशंसा सरकार से की है उसे लागू करेंगें या नहीं? ईडब्ल्यूएस के तहत 10% मिलने वाले आरक्षण में झारखंड के सदान चरणों को इसका लाभ मिलेगा या नहीं, एनडीए और महागठबंधन से चुनाव के पूर्व स्पष्ट करने को कहा है।
झारखण्ड आन्दोलनकारी वरिष्ठ सलाहकार क्षितीश कुमार राय ने कहा कि मूलवासी सदानों का मैंने सहिया सदान पार्टी, का गठन कर दिया थाlलेकिन पुर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के आग्रह पर पार्टी को जेएमएम में विलय कर जीवन की सबसे बड़ी भूल कर दी। श्री राय ने कहा मूलवासी सदानों की अपनी राजनीतिक पार्टी बननी चाहिए हम सदान अपने बल पर सरकार बनाएंगे राजनीतिक दलों से भीख मांगने की जरूरत सदानों को नहीं है। कहा कुछ राजनीतिक दल को या समझ नहीं आ रहा हैlसदानों की राजनीतिक पार्टी बनी उस दिन से राष्ट्रीय क्षेत्री या पार्टियां की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।
जयराम महतो की पार्टी द्वारा पेसा कानून और समता जजमेंट को लागू करने की बात अपने मेनिफेस्टो में कही हैlइस पर सभी लोगों ने घोर निंदा की
मुमताज खान ने कहा जयराम महतो ने पेसा कानून और समता जजमेंट को झारखंड में लागू करने की बात कही है। जो सरासर गलत है और सदानों को उनके अधिकारों से वंचित करने का षड्यंत्र है। कहा जेएलकेएम के अध्यक्ष जयराम महतो,मूलवासी सदानों से आने वाले अगड़ी, पिछड़े ,दलित के अधिकारों से खिलवाड़ ना करे।
सामान्य सीटों पर अन्य वर्गों को प्रत्याशी बनने पर बैठक में घोर निंदा की गई। बैठक में अभी निर्णय हुआ कि मूलवासी सदान अपने -अपने विधानसभा क्षेत्र में वैसे प्रत्याशी को चुनाव हराने में लग जाए जो सदानों के खिलाफ करते हैं और वैसे प्रत्याशी को चुनाव जितवाने का मूलवासी सदानों से किया गया जो सदानों की उपेक्षा नाराज हैं और मूलवासी सदानों के पक्षधर हैं।
आज की बैठक में धनंजय कुमार राय, विश्वनाथ गोप, बसंती देवी, उमेरा खातुन,सुरेश महतो,सुशील साहू,बृजेश महतो, मुरारी पांडेय,पीतांबर गोप, अनोज महतो, कृष्णा महतो, सुदर्शन ठाकुर, शंभू गोप राजू दुबे, हर्ष, तनवीर अंसारी, निधि गुप्ता, देवानंद सिंह, सुनील ओहदार ,प्रकाश साहू, नवल सिंह,विभा गुप्ता, सुरेंद्र लोहार, महली गोप, डॉ अमर यादव,गिरवा गोप,मो सरवर आदि उपस्थित थे।
धन्यवाद ज्ञापन धनंजय कुमार राय,संचालन विशाल कुमार सिंह ने किया।