- सिर्फ दिखावे के लिए है झामुमो और कांग्रेस के महिला सम्मान का दावा
रांचीlभाजपा की प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज ने 29 अक्टूबर को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बड़ोदरा में 10 अक्टूबर 2017 को आयोजित रैली में राहुल गांधी ने संघ की बेटियों पर अभद्र टिप्पणी की थी। उनके पहनावे पर अभद्र टिप्पणी की थी। कांग्रेस के नेता इरफान अंसारी झारखंड में इसी प्रोटोकॉल को आगे बढ़ते हुए झारखंड की बेटियों पर अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने आंदोलनकारी स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन पर अभद्र टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि सीता सोरेन ‘रिजेक्ट माल’ हैं। इरफान अंसारी को रिजेक्ट तो जामताड़ा और झारखंड की जनता करेगी, क्योंकि उन्होंने ना सिर्फ सीता सोरेन पर अपमानजनक टिप्पणी की है, बल्कि झारखंड की समस्त आदिवासी बेटी और संपूर्ण नारी जाति पर की है। इरफान अंसारी को यह लगता है कि वह हर बार इस तरह के टिप्पणी करते रहेंगे और झारखंड की जनता एवं राज की बेटियां माफ करती रहेंगी। इरफान अंसारी के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस की नजर में झारखंड की बेटियों की यही इज्जत है।
सुश्री नाज ने कहा कि अब चुप रहने का समय नहीं है। बोलने का समय है, क्योंकि कांग्रेस का जमाना गया। जब यहां की बेटियों की आवाज को दबाया जाता था और कुचला जाता था। अब वह जमाना नहीं है। उन्होंने झारखंड की बेटियों से कहा कि यह मोदी का जमाना है। बेटियों की आवाज को अब ना कोई दबा सकता है और ना ही कुचल सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता है रेणुका चौधरी ने कहा था कि बलात्कार काॅमन बड़ा है। ठीक इसी प्रकार झारखंड में बलात्कार का चलन चल पड़ा है। दुमका में विदेश से आई बहन के साथ दुष्कर्म किया गया था। इसके बाद भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी विधायक कल्पना सोरेन के मुख से एक शब्द भी नहीं निकलता है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य बलात्कार की घटना और सीता सोरेन पर की गई अपमानजनक टिप्पणी पर एक शब्द नहीं बोलते हैं।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कल्पना सोरेन महिला सशक्तिकरण की बात करती है। हालांकि कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी द्वारा सीता सोरेन पर अभद्र टिप्पणी करने पर एक शब्द भी नहीं बोलती हैं। बलात्कार की घटना पर भी एक शब्द नहीं बोलती है।
उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा को सोचना चाहिए कि मोर्चा ने जिस कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है उसका ट्रैक रिकॉर्ड ही महिलाओं का अपमान करना है और उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का है। झारखंड की बेटियां हर रोज थाने में शिकायत कर रही है, लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अभी भी महिला उत्पीड़न के 16000 से अधिक केस रजिस्टर्ड हैं। 8000 में जांच तक शुरू नहीं हुई है। आंकड़े बताते हैं कि झारखंड में हर डेढ़ दिन में एक बेटी के साथ बलात्कार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन और झारखंड सरकार मंईयां सम्मान का दिखावा करती है। पर्ची लेकर घूमने से मंईयां का सम्मान नहीं होता है। यह मंईयां कभी माफ नहीं करेगी। उन्हें 1000 रुपए में उन्हें ठगने का काम कर रही है। चूल्हा खर्च 2000 रुपए महीना देने का वादा कर महिलाओं को गुमराह किया था। हेमंत सरकार चाहती है कि महिलाएं अशिक्षित रहें, ताकि उनका वोट बैंक बना रहे।
उन्होंने कहा कि हटिया में एक महिला एसआई को तस्करों के ट्रक में कुचल दिया थाlलेकिन कांग्रेस की ओर से इस पर कोई ट्वीट नहीं किया गया। रुबिका पहाड़िया सहित अनेक बहनों के साथ दुष्कर्म होता है। राहुल गांधी, इरफान अंसारी और उनके नेता इस बारे में एक शब्द ही नहीं बोलते हैं। सरकार को बताना चाहिए कि बलात्कार, अपहरण, हत्या, बहनों के साथ छेड़खानी करने वालों के खिलाफ आज तक कितनी कार्रवाई की गई। कितनों को जेल भेजा गया। कितनों को सजा दिलाई गई।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कॉलेज में पुलिस पिकेट नहीं है। वहां दिनदहाड़े बच्चियों के साथ छेड़खानी होती है। उनका दुपट्टा खिंचा जाता है। सरकार अगर महिलाओं का सम्मान करती तो बेटियां तड़प तड़प कर नहीं मारती। विदेश से आई बहन के साथ बलात्कार नहीं होता। आदिवासी को अगर अपना भाई-बहन मानते हैं तो फूलो झानो योजना को सरकार बंद नहीं करती। सरकार को बताना चाहिए कि ग्राम गाड़ी योजना का क्या हुआ। हेमंत सोरेन ने सिर्फ लाठी चार्ज की सरकार चलाई है। यह लाठी महिला और युवाओं की जगह बलात्कारी पर चलते तो झारखंड की महिलाएं बेटी झारखंड में सुरक्षित होती। अपराधी बलात्कारी पर एफआईआर होता तो बेटियां चैन की सांस ले रही होती। सरकार ने सिर्फ बेटियों को बेवकूफ बनाने का काम किया है ।
बेटियों की बात होने पर कांग्रेस और झामुमो मणिपुर का मुद्दा उठने लगते हैं। उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि मणिपुर में गृह मंत्री, रक्षा मंत्री गए थे और वहां गिरफ्तारी भी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में जर्मनी पर की घटना पर बोलने लगे तब कांग्रेसियों ने वहां से वर्कआउट कर दिया। झारखंड की बेटियां हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन को कभी माफ नहीं करेंगे।
प्रदेश प्रवक्ता ने सुप्रियो भट्टाचार्य से कहा कि सीता सोरेन भले ही जेएनएम की नहीं है। वहां मान सम्मान नहीं मिलने से उन्होंने पार्टी छोड़ दिया, लेकिन वह आज भी शिबू सोरेन की बहू है। हेमंत सोरेन की भाभी है। कल्पना सोरेन की जेठानी और स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी है। सुप्रिया भट्टाचार्य परिवार के बहुत बड़े हितैषी बनते हैं। ऐसे में कहे कि सीता सोरेन का अपमान करने वाले इरफान अंसारी को धक्के मार के झारखंड से बाहर किया जाए। इरफान अंसारी को कांग्रेस से निकले। हेमंत सरकार इरफान अंसारी को मंत्रिमंडल से निकले। अगर इरफान अंसारी को मंत्रिमंडल में रखे रहते हैं तो ऐसे अपराधियों का मनोबल बढ़ाते हैं, जो महिलाओं का शोषण और अत्याचार करने का काम करते हैं। इस अवसर पर तारिक इमरान भी मौजूद थे।