- कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारियों को 20 महीने से नहीं मिल रहा वेतन
रामगढ़l कस्तूरबा इंटर महिला महाविद्यालय इन दिनों राजनीतिक का केंद्र बना हुआ हैl महाविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारियों को पिछले 20 महीना से वेतन नहीं मिल रहा हैl वही झारखंड सरकार से दी गई अनुदान भी नहीं दी जा रही हैl कॉलेज के लगभग सभी शिक्षक और कर्मचारी पिछले पांच दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं l धूप और बारिश के कारण कॉलेज के दो व्याख्याता की तबीयत खराब हो गई हैl कॉलेज की वरिष्ट शिक्षिका मधु सिंह और गोविंद झा बुखार से पीड़ित हो गए हैंl वहीं दूसरी और कॉलेज की प्राचार्य हड़ताल पर गए कॉलेज के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को लगातार गलत सूचना देकर उन्हें भड़काने का काम कर रही है l हड़ताल पर बैठे लोगों ने बयान जारी कर कहा कि महाविद्यालय की प्राचार्य रूमा सिंह ने कहा है आप लोगों के आंदोलन से कुछ नहीं होगाl जब तक सचिव शंकर चौधरी नहीं चाहेंगे तब तक वेतन और अनुदान नहीं मिलेगाl जब तक वह नहीं चाहेंगे कोई भी कुछ नहीं कर सकता हैl वहीं इसके जवाब में कॉलेज के हड़ताली शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने कहा कि जब तक बकाया वेतन और अनुदान बांटने का फैसला अध्यक्ष और सचिव नहीं करते हैंl तब तक महाविद्यालय में तालाबंदी रहेगीl हड़ताल पर बैठे लोगों ने कहा है कि 14 से 17 सितंबर तक कॉलेज बंद हैl कई त्यौहार के कारण छुट्टी हैl कॉलेज खुलने के बाद 18 सितंबर से उग्र आंदोलन और प्रदर्शन होगाl जिसकी सारी जिम्मेवारी कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन की होगीl
जिला शिक्षा विभाग,जिला प्रशासन और कॉलेज शासी निकायका इस और ध्यान नहीं आकृष्ट हो पा रहा हैl आखिर कॉलेज के शिक्षक, शिक्षिकाओं और कर्मचारियों को वेतन और अनुदान की राशि क्यों नहीं दी जा रही हैl यह एक बड़ा चर्चा का और महत्वपूर्ण मुद्दा बनता जा रहा हैl वही कस्तूरबा इंटर महिला महाविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारियों ने 13 सितंबर को पांचवें दिन भी कॉलेज में तालाबंदी रखीl हड़ताल पर गए लगभग सभी शिक्षक और कर्मचारियों ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि पिछले चार दिनों से कॉलेज में तालाबंदी हैl इस संबंध में प्रबंधन का रवैया पूर्ण रूप से नकारात्मक रहा हैl प्रबंधन के इस रवैया के कारण पिछले एक वर्ष के भीतर पांच व्याख्याताओ ने महाविद्यालय छोड़ दिया हैl
वहीं हड़ताल पर गए शिक्षक और कर्मचारियों ने कहा कि जब तक बकाया वेतन और अनुदान की राशि नहीं दी जाएगीlतब तक महाविद्यालय में तालाबंदी रहेगीl बताया गया कि कॉलेज के तीन-चार लोगों को छोड़कर सभी हड़ताल पर हैंl वही कस्तूरबा इंटर महिला महाविद्यालय में चल रहे आंदोलन को लेकर जिला में इन दिनों कई प्रकार की चर्चा होने लगी है। जिला के शिक्षा के संस्थान में एक बड़े घोटाले की बू आने लगी है l प्रशासनिक अमला अब तक निष्क्रिय बना हुआ हैl खासकर जिला शिक्षा विभाग की निष्क्रियता लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ हैl चर्चा यह भी होने लगा है कि आखिर भुगतान और अनुदान की राशि क्यों नहीं दी जा रही हैl
कस्तूरबा इंटर महिला महाविद्यालय के व्याख्याता और कर्मचारी सोमा पांडे, शाहिदा खातून,प्रिया रानी,शशि कुमार, गोविंद झा,सुधीर कुमार,मोनी ज्योति,ललिता कुमारी,नीलिमा झा, स्नेहा प्रसाद,रवीश कुमार,शशि कुमार, मंजू देवी,रूबी देवी पांचवें दिन भी हड़ताल पर रहे l