Breaking News

मूलवासी सदन मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

कहा, वर्क एक्सपीरियंस के नाम पर हो रहा है टेंडर घोटाला

भ्रष्ट अधिकारियों के द्वारा अपने नजदीकी संवेदकों से सांठ-गांठ कर टेंडर घोटाला करने की दी जानकारी दोषियों के ऊपर सत्य सख्त कार्रवाई करने की मांग

सिटिंग जज से जांच करने की मांग

रांचीlमुख्यमंत्री चंपई सोरेन को मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने एक पत्र मेल के माध्यम से भेजा है जिसमें उन्होंने लिखा है कि
आपको बताना चाहूंगा कि कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई सिमडेगा, चेक डैम बुलढ़ाणाला प्रखंड सिमडेगा कांटेक्ट नं0 WRD/MID/SIMDEGA// F2.8/2023-24 को निविदा निकला गया था। उस निविदा में तीन संवेदकों ने निविदा भरा था । पहले भारतीय कंधों प्राइवेट लिमिटेड का लेस दर था 15.20 था।
दूसरा जागेश्वर नाग का लेस दर 13.81 था और तीसरा संवेदक रवि प्रसाद का लेस 20.70 था। एल वन रहे रवि प्रसाद को काम देने से मना कर दिया गया यह बोलकर कि उनके पास काम करने का कोई एक्सपीरियंस नहीं है। बाद में उनसे काम अलॉटमेंट करने से पहले 10% कमीशन की मांग की गई। रवि प्रसाद के द्वारा कमीशन देने से मना करने पर मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता के द्वारा उनके चरित्र प्रमाण को फर्जी बताया गया । बाद में मुख्यअभियंता लघुसिंचाई रांची द्वारा उपायुक्त सिमडेगा से मेल के माध्यम से पूछा गया कि यह चरित्र प्रमाण पत्र सही है या नहीं? तत्पश्चात उपायुक्त सिमडेगा की ओर से मेल के माध्यम से बताया गया चरित्र प्रमाण पत्र उनके कार्यालय से ही निर्गत किया गया है और वह वैध है। लेकिन चरित्र प्रमाण पत्र में 6 माह के जगह में दो माह दर्ज है यह मानवीय भूल थी। इसके बाद मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता ने इसी को आधार बनाकर उन्हें काम देने से मना कर दिया और दूसरे नंबर पर लोएस्ट भारतीय कंधों प्राइवेट लिमिटेड को को कम देने की चर्चा है।जबकि रवि प्रसाद के पास उपायुक्त के द्वारा दूसरा प्रमाण पत्र भी निर्गत किया गया था जो की काम देने से पहले उस आचरण प्रमाण पत्र को जमा किया जा सकता था। लेकिन मामला कुछ और है अधिकारियों के द्वारा काम देने से पहले 10% का कमीशन लिया जाता है और वे काम अपने नजदीकी संवेदकों से सांठ-गांठ कर कमीशन लेते हैं ।नए संवेदकों को विभाग में काम नहीं देना चाहते हैं। मैं आपको यह भी बताना चाहूंगा की इस निविदा के बाद फिर लघु सिंचाई विभाग के द्वारा दिनांक 11.6 .2024 को चार जगहों के लिए फिर से निविदा निकला है लेकिन इसमें यह शर्त जोड़ दिया गया है कि निविदा में वही संवेदक शामिल होंगे जिसके पास कार्य करने का एक्सपीरियंस है। जबकि पहले निविदा में ऐसा शर्त नहीं था। संवेदकों के पास काम करने का अनुभव है ,वैसे संवेदकों को ही निविदा में शामिल होने का अधिकार होगा। राजेन्द्र प्रसाद ने आगे लिखा है -रघुवर सरकार में नये संवेदक को एक काम पहले ही एक काम देने का निर्णय लिया था।उस को हेमंत सोरेन ने भी मुख्यमंत्री रहते हुए आगे बढ़ाया था ,तो वाकई बहुत ही सराहनीय कदम है। यदि नए संवेदकों को एक्सपीरियंस के नाम पर वंचित किया जाएगा तो उन्हें काम का एक्सपीरियंस कैसे होगा? हमारे लोगों की शहादत से झारखंड राज्य बना लेकिन हम झारखण्ड के लोग खास कर झारखंडी को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
मैं एक आंदोलनकारी के नाते आपसे अपेक्षा करता हूं कि रवि प्रसाद जो एक झारखंडी सपूत है और बेरोजगार युवक हैं उनका निविदा लोएस्ट है उसके आधार पर आपके हस्तक्षेप से उन्हें काम मिलना चाहिए। साथ ही यह भी आग्रह करना चाहुंगा दोबारा जो निविदा निकल गया है । निविदा में एक्सपीरियंस संवेदक शामिल होंगे इस शर्त को तुरंत रद्द करने का निर्देश देने की कृपा की जाए।एक झारखंड आंदोलनकारी होने के नाते मैं इन भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने एवं सिटिंग जज से जांच करवा कर दोषी अधिकारी के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। राजेन्द्र प्रसाद ने
झारखण्ड में झारखंडियों के विभिन्न विषयों को लेकर मूलवासी सदान बुद्धिजीवी और झारखंड झारखण्ड आन्दोलन कारियों के साथ मिलने के लिए मुख्यमंत्री से समय भी मांगा है।