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सयाल डी कोलियरी में चल रहे लोकल सेल में प्राइवेट पावर प्लांट को दरकिनार कर सिर्फ रोड सेल में दिया जा रहा कोयला

लोकल सेल और आर ए माइनिंग के स्टोक में भी कई टन कोयला जलकर हुआ राख

  • मुकेश प्रसाद

भुरकुंडा।।रामगढ़ जिले के बरका स्याल क्षेत्र सयाल डी कोलियरी में चल रहे लोकल सेल में भारी अनियमितता देखें जा सकतें हैं। सिर्फ रोड सेल और सरकारी प्लांट में ही कोयला दी जा रही है। प्राइवेट पावर प्लांट को नहीं मिल पा रहा है लोकल सेल से कोयला। आपको बता दें कि लोकल सेल से तीन भागों में कोयला देने का प्रावधान हैl रोड सेल, प्राइवेट प्लांट, और सरकारी पावर प्लांट, लेकिन प्रबंधक द्वारा प्राइवेट पावर प्लांट में नहीं भेजें जा रहा कोयला,जबकि बीजली उत्पादन हेतु प्राइवेट पावर प्लांट को भी कोयला देना प्राथमिकता है, सूत्र बताते हैंl कोयला में सही गुणवत्ता नही होने के कारण स्याल डी परियोजना के कोयलें को ललित पावर , एमपीएल पावर द्वारा रिजेक्ट किया गया था, ललीत पावर स्याल डी परियोजना का कोयला को रिजेक्ट कर भारी मात्रा मात्रा कोयला को लोकल सेल में ही छोड़ दिया हैlजबकि एमपीएल पावर ने एक भी कोयला नही उठाया है।जिसके बाद प्रबंधक द्वारा लगभग कोयला को रोड सेल में दिया जा रहा है।
दुसरी ओर लोकल सेल और आर ए माइनिंग के स्टोक में भी कई टन कोयला जलकर राख हो रही है।जिसका पूरा नुकसान सीसीएल की होगी।

वहीं पूरे मामले पर परियोजना पदाधिकारी ने कहा कि सीसीएल फायरबिग्रेड द्वारा आग पर नियंत्रण पाया जा रहा, कितना टन नुकसान हुआ हुआ इसका पुष्टि में नहीं कर सकता, कहा लोकल सेल से ललित पावर एक महीने पुर्व चला गया और एमपीएल कंपनी का हमें जानकारी नहीं। वहीं एरिया सेल आफिसर आजाद कुमार ने कहा की फिलहाल किसी कंपनी का ओकशन बिडिंग नहीं होने पर कोयला रोड सेल को दिया जा रहा है। और जहां तक पावर प्लांट की बात हैlसरकारी पावर प्लांट को रेलवे रैक के माध्यम से 7500 टन स्याल डी परियोजना से प्रतिदिन कोयला भेजा जा रहा है।