रामगढ़l नेहरू युवा केन्द्र रामगढ़ के तत्वधान में भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के द्वारा जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम,रामगढ़ कॉलेज के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से रामगढ़ कॉलेज के प्राचार्या डॉ रत्ना पांडे , हिंदी विभाग विभागाध्यक्ष डॉ अनामिका , रामप्रसाद चंद्रभान सरस्वती विद्या मंदिर के सचिव शंकर लाल अग्रवाल, युवा समाजसेवी पीयूष चौधरी,नेहरू युवा केन्द्र के सलाहकार समिति सदस्य तरुण साव व शशि शेखर सिंह और स्काउट्स एंड गाइड के जिला संगठन आयुक्त सूरज कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं मां भारती , स्वामी विवेकानंद वा डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर किया गया। मंचासिन अतिथियों को मोमेंटो , पुष्पगुच्छ वा अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। प्रथम अभिभाषण सत्र में मुख्य अतिथि रामगढ़ महाविद्यालय की प्राचार्य रत्ना पांडे ने विद्यार्थियों को अनुशासन एवं दायित्वों के मर्म को समझाते हुए, उनके कर्तव्यों का बोध कराया वा युवा होते हुए देश के प्रति समाज के प्रति कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने संविधान में लोगो को दिए गए अधिकार वा समानता पर भी अपनी बात रखी। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रोफेसर अनामिका ने महिला सशक्तिकरण पर अपनी बातें रखते हुए बताया कि पुरुष प्रधान समाज में महिला को देवी या किसी अन्य दर्जा को न देकर एक मानव ही माना जाए तो समाज में महिला की भागीदारी और भी अधिक सुनिश्चित होगी। महिलाओं को बाहर का काम करने से पहले घर का काम करने को कहना कहीं न कहीं असमानता का भाव उत्पन्न करता है और हम जिस समाज की नींव की बात करते हैं वहां महिलाओं को पग पग पर कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने छात्रों को नारी समाज के सशक्तिकरण हेतु सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम की भी जानकारी साझा की। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित शंकर लाल अग्रवाल ने मिलेट्स पर अपनी बात रखते हुए बताया कि
मोटे अनाज या ‘मिलेट्स’ में विशेष पोषक गुण – प्रोटीन, आहार फाइबर, सूक्ष्म पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध पाए जाते हैं और ये विशेष कृषक जैसी विशेषताएँ जैसे सूखा प्रतिरोधी और अर्द्ध-शुष्क क्षेत्रों के लिये उपयुक्त हैं। उन्होंने आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की बातों को साझा करते हुए बताया कि भारत की ‘मिलेट क्रांति’ (Millet Revolution) मोटे अनाजों के स्वास्थ्य संबंधी और पर्यावरणीय लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ-साथ पारंपरिक कृषि अभ्यासों को पुनर्जीवित करने तथा छोटे पैमाने के किसानों को समर्थन देने के प्रयासों से प्रेरित है। इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार और सतत कृषि को बढ़ावा देने की देश की दोहरी चुनौतियों के समाधान के रूप में देखा जा रहा है। द्वितीय सत्र में रामगढ़ जिले के प्रत्येक प्रखंडों में 2-2 क्लब को स्पोर्ट्स कीट का वितरण अतिथियों के द्वारा किया गया। तृतीय सत्र में पड़ोस युवा संसद का आयोजन किया गया जिसमें लोकसभा अध्यक्ष आदित्य सिंह, प्रधानमंत्री गौतम महतो , नेता प्रतिपक्ष संतोष कुमार , गृह मंत्री अंशु पांडे वा सांसद के रूप में राज कुमार, संगीता कुमारी ,कुमारी पलक, संगीता महतो, पलक कुशवाहा ने दायित्व निर्वहन किया। सदन की शुरुवात प्रधानमंत्री के भाषण से हुआ जिसमें उन्होंने सदन में महिला सशक्तिकरण,महिला उत्पीडन,नोटबंदी,रोजगार,किसानों के मुद्दे को लेकर तीखी बहस हुई। सत्ता पक्ष की ओर से प्रधानमंत्री ने कहा की भारत सरकार की ओर से महिला सम्मान में 33% आरक्षण देकर देश की आधी आबादी की सर को गर्व से ऊंचा करने का कार्य किया है। किसानों के लिए सरकार ने कृषि सम्मान निधि योजना के तहत हर 4 महीने में 2000 की राशि देकर किसानों के बोझ को कम किया है । प्रधान मंत्री ने कहा की हमारा बहुत पहले से नारा था की देश मे दो विधान दो निसान और दो संविधान नही चलेगा हमारी सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को एकजुट किया है। नेता प्रतिपक्ष ने हर अवसर पर रोजगार का मुद्दा उठा कर पक्ष को घेरने की कोशिश की।गृह मंत्री के रूप में अंशु पांडे ने अपनी बात रखते हुए बताया कि भारत सरकार ने पिछले 10 वर्षों ने 9,72,000 लोगो को सरकारी नौकरी दी है जो पिछली सरकार से लगभग डेढ़ गुना है।। भारत सरकार ने पिछले 10 वर्षों में रेलवे के क्षेत्र में 40 लाख से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया है जिसमे 4,99,000 सरकारी नौकरी है बाकी अन्य माध्यम से नौकरी मिली है।। भारत सरकार शिक्षा के क्षेत्र में भी अद्भुत तरीके से कार्य कर रही है पिछले 10 वर्षो में 7 iit 9 iiit 16 iim 304 विश्वविद्यालय और 700 से अधिक मेडिकल कॉलेज बना है।।महिला सशक्तिकरण में भी सरकार ने बेहतरीन कार्य किया है और देश की आधी आबादी जिसे मातृशक्ति कहते उन्हें 33% का आरक्षण देकर उनके जीवन को सुधारने का प्रयास किया गया है। संसद में लद्दाख, मणिपुर ,संदेशखाली, तीन तलाक , किसान बिल ,सीएए , महिला सुरक्षा वा रोजगार जैसे विषय पर जमकर चर्चाएं हुई जिसने पूरे कार्यक्रम की ध्यान केंद्रित कर दिया। सदन की कार्यवाही सामने से देखने पर वा चर्चा सुनने में छात्रों के बीच कौताहुल वा आकर्षण का केंद्र बनाए रखा। सभागार में उपस्थित सभी छात्रों के बीच प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया वा उत्तर देने वालों को छोटे-छोटे गिफ्ट्स हैंपर देकर पुरस्कृत किया गया। सभी उपस्थित लोगो ने एक साथ भारतीय संविधान के प्रस्तावना की शपथ ली। चौथे सत्र में युवा समाजसेवी पीयूष चौधरी के द्वारा संवाद का कार्यक्रम किया गया जिसमें छात्रों ने समाज में होने वाले गतिविधि की जानकारी उनसे प्राप्त की वा वे अपने क्षेत्र में किस तरह के व्यवस्थाएं व विकास देखना चाहते हैं इसपर अपनी अपनी बात रखी। छात्र अपने जनप्रतिनिधि से जिस चीज की आकांक्षा रखते हैं, वा महाविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता, झारखंड में आईटी सेक्टर, स्वास्थ्य व्यवस्था, आदि विषय के बारे में चर्चाएं की। कार्यक्रम का सफल संचालन नेहरू युवा केंद्र के युवा कार्यकर्ता नितेश कुमार मोदी के द्वारा किया गया। नितेश कुमार मोदी ने बताया कि भारत आज विकासशील राष्ट्र से विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आने के पीछे युवा शक्ति के मजबूत इच्छा शक्ति व वर्तमान सरकार के द्वारा युवाओं को दिए जा रहे प्रोत्साहन एवं सुविधाओं का असर है। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गाकर किया गया कार्यक्रम में श्रुति कुमारी , विनीता कुमारी, चित्रा कुमारी, पलक कुमारी, वसीम, अंश कुमार, मोंटी कुमार, अर्जुन कुमार, शिवम सिंह, महेश कुमार,अभय ओझा, दीक्षा कुमारी, काजल कुमारी,रानी कश्यप,जीनत प्रवीण, मनीष पृथ्वी, पंकज बेदिया, चमन बेदिया आदि कार्यकर्ताओं की भूमिका सराहनीय रही।