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राधा गोविंद विश्वविद्यालय द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

रामगढ़l राधा गोविन्द विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार की शुरुआत हुई। राष्ट्रीय सेमिनार का विषय एंटीबायोटिक दवाओं का नियमित उपयोग रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । तत्पश्चात सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र एवम स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
सभी अतिथियों का स्वागत विश्वविद्यालय के विधार्थियो ने झारखंड की संस्कृति पर आधारित स्वागत गीत एवम नृत्य प्रस्तुत कर किया गया।राष्ट्रीय सेमिनार का विषय प्रवेश एवं अतिथि परिचय रूबी संतरा मैम ने कराई।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता बीआईटी मेसरा, रांची से डॉ. शांतनु घोष एवं एन.एम. आई.एम. एस.शीरपुर, महाराष्ट्र से डॉ.पीयूष घोडे , हजारीबाग पदमा के डीएसपी प्रो (डॉ.)हीरालाल रवि, रामगढ़ विमेंस कॉलेज अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संजय सिंह उपस्थित थे। उन्होंने एंटीबायोटिक्स दवाओं के उचित और आधुनिक उपयोग प्रकाश डाला,और यह भी बताया की एंटीबायोटिक दवाओं के प्रतिरोध को कैसे रोका जाय।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महोदय बी. एन. साह ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियो को हार्दिक अभिनंदन एवम स्वागत किए और कहा की फार्मेसी विभाग द्वारा इस विषय को चुना जाना वास्तव में वैश्विक चिंता का विषय है । अच्छे स्वस्थ के लिए विचार करना अतिआवश्यक है एवं सेमिनार की सफलता की कामना की।
प्रतिकुलाधिपति प्रो. (डॉ.) एम. रजीउद्दीन ने अपने संबोधन में कहा की सेमिनार शोध कार्य के लिए आवश्यक है।
राधा शिक्षा स्वास्थ्य ट्रस्ट के सचिव सुश्री प्रियंका कुमारी ने कहा की एंटीबायोटिक्स दवा बैक्टीरिया को मारकर या उनकी वृद्धि को रोककर हमे संक्रमण फैलने से बचाती हैं।
कुलसचिव डॉ. निर्मल कुमार मंडल ने अपने संबोधन में कहा की सेमिनार और कार्यशालाएं छात्रों के व्यक्तित्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उनके करियर में मदद करती
है।कार्यक्रम के मध्य में स्मारिका विमोचन मुख्य अतिथियों द्वारा किया गयाl
फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.मुकेश कुमार गुप्ता ने सेमिनार का सारांश प्रस्तुत कियाlतकनीकी सत्र में सभी शोधार्थी एवम छात्रों ने अपने -अपने विषय पर विचार प्रस्तुत किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में फार्मेसी विभाग के प्राचार्य डॉ के. पी.सिंह ,व्याख्याता डॉ.कौशल महतो, , जोयिता मैम,झरना मैम, सुरजीत बर्मन, अरूप गोस्वामी, भाग्यश्री मैम, सुमित महाराणा एवम सभी संकाय के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षा विभाग के व्याख्याता डॉ रंजना पाण्डेय एवं अमरेश पांडेय ने किया ।साई प्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापन देकर पूरे सत्र का समापन कियाl
अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरण अतिथियों के द्वारा किया गया और राष्टगान गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
मौके पर वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार,परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार, सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ. रश्मि, प्रबंध समिति के कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार,
विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, व्याख्यातगण , शोधार्थी एवम छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।