चार भवन, विद्युत शवदाह सहित पारंपरिक अंतिम संस्कार की होगी व्यवस्था
- छठ व्रतियों की सुविधाओं का भी रखा जायेगा ध्यान
रांची। जुमार नदी पर बनने वाले रांची के सबसे बड़े शवदाह गृह को लेकर सांसद संजय सेठ ने उपरोक्त स्थल और शमशान घाट का निरीक्षण किया। सांसद संजय सेठ की पहल पर जुमार नदी के श्मशान घाट पर 7.5 करोड रुपए की लागत से रांची के सबसे बड़े शवदाह गृह का निर्माण होना हैlजहां विद्युत चलित शवदाह की व्यवस्था भी होगी और चूल्हा भी रहेगा। यह अत्याधुनिक शवदाह गृह होगाlजहां लोग पारंपरिक रीति रिवाज से भी और विद्युत के माध्यम से भी अंतिम संस्कार कर सकेंगे। उपरोक्त स्थल पर सबसे बड़े शवदाह गृह बनाने का प्रस्ताव सांसद संजय सेठ ने ही दिया था। इस स्थल पर रिम्स के लावारिस शवों का भी अंतिम संस्कार किया जाता है। ऐसे शवों की संख्या भी दर्जनों में होती हैl ऐसी स्थिति में शवदाह गृह के निर्माण होने से यह कार्य भी सुगमता पूर्वक हो सकेगा। सांसद श्री सेठ ने बताया कि उपरोक्त स्थल पर चार भवन भी बनेंगे। इसके अलावे अन्य कई सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी।अब चूंकि इस नदी में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग छठ व्रत भी करते हैंlइसलिए इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा की छठव्रतियों को कोई समस्या नहीं हो। उनके लिए भी सुविधा मुहैया कराई जा सके। इन मुद्दों को लेकर सांसद ने छठ पूजा समिति से जुड़े लोगों के साथ भी बातचीत की है और संबंधित अधिकारियों से भी बातचीत कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
स्थानीय लोगों और छठ पूजा समिति सहित विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बहुत जल्द एक बैठक आयोजित की जाएगी। उसके बाद इसके निर्माण को लेकर शिलान्यास कार्य किया जाएगा। सांसद श्री सेठ ने बताया कि रांची शहर की बढ़ती आबादी को देखते हुए बड़े शवदाह गृह का निर्माण भी एक आवश्यक कार्य है। अब रांची शहर का विस्तार हो रहा हैl ऐसे में इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए भी विभिन्न सुविधाओं वाला स्थल चाहिए, यह आवश्यक है। उन्होंने इसके लिए लगातार प्रयास कियाl जिसका सकारात्मक परिणाम अब सामने आया है। 7.5 करोड़ की लागत से बनने वाले इस शवदाह गृह और भवन में कई प्रकार की अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी।