थाना प्रभारी पर प्रताड़ना का आरोप
रांचीlपुलिस अधिकारी से परेशान होकर महिला वकील ने शनिवार देर रात सुसाइड करने की कोशिश की। जानकारी मिलते ही घरवालों ने उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल महिला वकील की हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें वकील ने सुखदेव नगर थाना प्रभारी रमाकांत ओझा पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है। महिला ने थाना प्रभारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि रमाकांत एक केस के बहाने वकील के घर आए और उनसे बेहूदा सवाल करने लगे।
महिला का कहना है कि मुझे बेवजह दोषी करार दिया जा रहा है। इस मामले में सीनियर ऑफिसर से मिलने से भी रोका जा रहा है। उसने लिखा कि मैं यह बेइज्जती अब और सहन नहीं कर सकती। मेरा किसी से कोई रिश्ता नहीं है। यह आत्महत्या नहीं मेरा कत्ल है। सबको सजा मिलनी चाहिए।
वहीं मामला बढ़ता देखे एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने थाना प्रभारी रमाकांत ओझा को लाइन हाजिर किया है। हालांकि, पुलिस और महिला के परिजन इस मामले में कुछ भी कहने और बताने से इनकार कर रहे हैं।
जानिए महिला ने सुसाइड नोट में क्या लिखा
रांची के चर्च रोड की रहने वाली महिला वकील ने नोट के जरिए पूरी कहानी बताई। वकील ने लिखा- सुखदेव नगर थाना प्रभारी रमाकांत ओझा उससे पूछताछ के बहाने गलत व्यवहार करते हैं। एक केस के सिलसिले में पूछताछ के नाम पर वह मेरे चर्च रोड स्थित आवास आए।फिर उन्होंने मेरा मोबाइल, पासपोर्ट छीन लिया है और जबरन मुझे सुखदेव नगर थाना ले आए। वहां सादे कागज पर मेरे जीवन को लेकर अनाप-शनाप बातें लिखने को विवश किया। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैंने ऐसा नहीं किया तो मुझे रातभर थाने में रखा जाएगा। साथ ही उन्होंने मेरे पासपोर्ट को ब्लैकलिस्ट करने की भी धमकी दी।
रवि शंकर मिश्रा गोलीकांड से जुड़ा है मामला
दरअसल, ये पूरा मामला रवि शंकर मिश्रा गोलीकांड से जुड़ा है। वकील के मुताबिक, रमाकांत ओझा, पेश से वकील रवि शंकर मिश्रा गोलीकांड को लेकर पूछताछ कर रहे हैं। पीड़िता ने बताया कि 11 फरवरी को रवि शंकर मिश्रा के ऊपर किशोरगंज इलाके में गोली चली थी। वो मेरे मित्र हैं। गोली लगने से वह बुरी तरह घायल हो गए। उन पर चली गोली के मामले से मेरा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी तरह का कोई लेना-देना नहीं है। इस बात की जानकारी स्वयं रवि शंकर मिश्रा ने पुलिस को दी है। इसके बाद भी रमाकांत ओझा मुझसे पूछताछ के नाम पर गलत व्यवहार कर रहे हैं। महिला वकील ने पत्र में लिखा कि रमाकांत ओझा मेरे आने-जाने पर नजर रखते हैं। बिना वजह उन्होंने मेरा मोबाइल और फोटोज जब्त कर रखा है। थाना प्रभारी बेवजह मुझसे बेहूदा सवाल करते हैं। मुझे दोषी करार दिया जा रहा है।