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राँची विश्वविद्यालय के स्वायत्तता के बचाव को लेकर विद्यार्थी परिषद प्रारम्भ करेगी चरणबद्ध आंदोलन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रवेश परीक्षा और परिणाम को कैसे सुदृद्ध करें इसे लेकर कटिबद्ध है

यूजीसी के नियम के खिलाफ रांची विश्वविद्यालय ने दिसंबर में आयोजित पीएचडी की परीक्षा का आयोजन कर परिणाम घोषित किया

रांची विश्वविद्यालय में व्याप्त विभिन्न शैक्षिक समस्याओं को लेकर 8 से 18 जनवरी तक आंदोलन करेगी अभाविप रांची महानगर

रांची विश्वविद्यालय आज भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है: दुर्गेश यादव

रांचीl आज 6 जनवरी को राँची विश्वविद्यालय में व्याप्त विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं एवम आउटसोर्सिंग कंपनी को हटानें को लेकर विद्यार्थी परिषद ने स्थानीय प्रान्त कार्यालय में प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में शैक्षणिक समस्याओं को लेकर चर्चा हुई जिसमें विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं कुलपति की संलिप्तता एवं आगामी अभियानों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई ।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अभाविप झारखंड प्रदेश के मीडिया संयोजक दुर्गेश यादव ने बताया कि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० अजीत सिन्हा आई० आई० टी० रुडकी जैसे शिक्षण सांस्र्थानों के तर्ज पर रांची वी. वी. के पास सभी प्रकार के भवन, कर्मचारी एवम सुविधाएं रहने के बावजूद भी आखिर क्यों कुलपति विश्वविद्यालय के प्रशाशनिक कार्यों को बाहरी स्रोंतों के हाथों में सौंपकर विश्वविद्यालय के विधि व्यवस्था को चौपट करने का कार्य कर रहे है। आउटसोर्सिंग का विरोध शुरू से ही विद्यार्थी परिषद करती आई हैlरांची विश्वविद्यालय के कुलपति अभिलंब छात्र हित में जल्द से जल्द फैसला ले अन्यथा विद्यार्थी परिषद छत्र क्षेत्र में हुक आंदोलन करने को बाध्य होगी।
वार्ता में उपस्थित प्रदेश सह-मंत्री दिशा ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय पूर्णतः भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है आये दिन जिस प्रकार से छात्र छात्राओं को प्रवेश परीक्षा एवं परिणाम को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ता है और विश्वविद्यालय के पदाधिकारी नये नये टेंडर करने में व्यस्त रहते है परीक्षा संबंधी कार्यों का आउटसोर्सिंग करना एवं भारी गड़बड़ी के बावजूद भी उस निजी कंपनी को संरक्षण देना यह बताता है कि दाल में कुछ काला है आए दिन अंक-पत्र में त्रुटि, परीक्षा शुल्क में 50 प्रतिशत तक वृद्धि ,सत्र का अनियमित होना इस बात का सूचक है।
रांची महानगर जिला संयोजक अमर सिंह नें कहा कि विश्वविद्यालय आये दिन सभी विभागों को प्राइवेट कंपनी को सौंपता जा रहा है, परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय की विधि व्यवस्था पूर्णतः ठप हो चुकी है। विश्वविद्यालय के पदाधिकारी शैक्षणिक व्यवस्था के सुधार के लिए नहीं बल्कि अपने व्यक्तिगत एजेंडे के साथ काम कर रहे है। विश्वविद्यालय के कुलपति विधि व्यवस्था को ठीक करने के बजाय नये-नये टेंडर निकाल कर अपनी जेब भरने में व्यस्त है।
रांची महानगर मंत्री ऋतुराज शाहदेव नें कहा नें कहा कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी सारे नियम व शर्तों को ताक पर रखकर कार्यों को कर रही है। पिछले कुछ समय में ऐसी नियुक्तियां हुई है जिसका कोई आधार नहीं है, सभी सेवानिवृत्त तथा वैसे हैं जो उस विषय के जानकार भी नहीं हैं साथ ही आउटसोर्सिंग के माध्यम से ग्रामीण एवं गरीब छात्रों का आर्थिक दोहन किया जा रहा है अगर कुलपति तत्काल इस कम्पनी को नहीं हटाती है, तो विद्यार्थी परिषद सभी परिसरों में 08 जनवरी से चरणबद्ध आंदोलन करेगी। इस प्रकार के भ्रष्ट कुलपति को राजभवन तत्काल पदमुक्त करे