Breaking News

संथाली की तरह सभी नौ जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाएं आठवीं अनुसूची में हो शामिल : डॉ लंबोदर महतो

गोमिया विधायक ने रांची विश्वविधालय के जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा संकाय में पंजीयन सेंटर का किया उद्घाटन

रांचीl गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने आज रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय में पंजीयन कार्यालय का उद्घाटन किया। यह कार्यालय आगामी 11 फरवरी को जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के पूर्ववर्ती छात्रों के होने वाले सम्मेलन को लेकर खोला गया है।
उन्होंने कहा कि यह क्षण हमारे लिए अद्भुत एवं अकल्पनीय है कि जिस विश्वविद्यालय से हमने पीएचडी किया। उसी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम का मुख्य अतिथि होना बहुत ही सुखद अनुभव है। कहा कि जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई वर्ग एक से लेकर स्नातकोत्तर तक होनी चाहिए। इसको लेकर शिक्षकों की बहाली हो। उन्होंने संथाली भाषा की तरह सभी नौ मुंडारी , हो, कुरूख, खड़िया, नागपुरी, कुरमाली, खोरठा व पंचपरगनिया भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन सभी विषयों को सभी विषयों को सदन के अंदर व बाहर उठाता रहा हूं।
इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ हरि उरांव, डॉ उमेश नंद तिवारी, डॉ सविता केशरी, डॉ मेरी एस सोरेंग , डॉ गीता कुमारी सिंह, माया मुंडा, कुमारी शशि, डॉ रामकिशोर भगत, बंधु भगत ,तारकेश्वर सिंह मुंडा, प्रेम मुर्मू, राजकुमार बक्शी, डॉ किशोर सुरीन, कर्म सिंह मुंडा, डॉ वीरेंद्र कुमार सोए, डॉ बंदे खलखो, सुजाता टेटे,डॉ अर्चना कुमारी, डॉ सरस्वती गाड़ी, डॉ निरंजन कुमार, डॉ दिनेश कुमार, डॉ दयामती सिंकु, डॉ वीरेंद्र कुमार महतो, डॉ रिझु नायक, अवेंजर टेटे, गुरु चरण पूर्ति, अनुराधा मुंडा, शकुंतला बेसरा, डॉ राकेश किरण, डॉ उपेंद्र कुमार, जयप्रकाश उरांव, अनिल, नरेंद्र कुमार दास व डॉ नकुल कुमार सहित छात्र-छात्राएं मौजूद थे।