- पिछले कुछ समय से सूदखोरों के आतंक से परेशान था भरत यादव
- हार्ट अटैक से हो गई भरत यादव की मौत
- यादव होटल का मालिक था भरत यादव
रामगढ़। जिला में सूदखोरी का धंधा कोई नई बात नहीं है। रामगढ़ कोयलांचल में सूदखोरी का धंधा बड़े पैमाने पर चलता है। लेकिन कुछ समय से रामगढ़ शहरी क्षेत्र को भी कोयलांचल के सूदखोरों ने अपने चंगुल में ले लिया है। कोयलांचल के सूदखोरों के चंगुल का शिकार रामगढ़ के बिजुलिया मैं प्रसिद्ध यादव होटल का मालिक भरत यादव हो गया है। जानकारों की मानें तो पिछले कुछ दिनों से सूदखोर भरत यादव को काफी परेशान कर रखे थे। भरत यादव इससे काफी परेशान हो चुका था। इस संबंध में भरत ने लिखा पढ़ी भी किया है। ऐसी चर्चा हो रही है।
बीते रात 11 बजे के लगभग भरत यादव का निधन हार्ट अटैक होने से हो गया है। शहर के बिजुलिया में घोड़ा यादव होटल के सामने सामने बांधा होना उसकी पहचान थी। यहां का पेड़ा और और अन्य मिठाई काफी प्रसिद्ध थे। चर्चा है कि भरत यादव फोरलेन सड़क पर नया होटल बनाने के लिए कुछ रुपए सूद पर लिए थे। लेकिन कोरोना मी लॉक बंदी के कारण वह होटल नहीं खोल पाया। शहर का भी होटल बहुत अच्छा नहीं चलने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति भी चरमरा गई थी।रामगढ़ शहर के बिजुलिया मैं रेलवे ब्रिज निवासी घोड़ा वाले पेड़ा वाले यादव चाय दुकान के मालिक भरत यादव उर्फ (भरत व्यास) उम्र लगभग 50 वर्ष की पूर्व रात्रि हृदय गति रुक जाने की वजह से देहांत हो गया हैं।
शुक्रवार दिन के 11 बजे उनके होटल से गांधी घाट दामोदर नदी के लिए अंतिम यात्रा निकला। शहर के प्रसिद्ध पेड़ा दुकान के मालिक भरत यादव की निधन की खबर से लोग अवाक हो गए। रामगढ़ दामोदर नदी घाट पर भरत यादव का अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर शहर के अनेकों नामी गिरामी लोग मौजूद थे।